आज (31 जनवरी, मंगलवार) माघ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी और एकादशी तिथि का संयोग बन रहा है। मंगलवार को रोहिणी नक्षत्र होने से मातंग नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है। इसके अलावा ब्रह्म और इंद्र नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
Shani Ast Rashifal 2023: शनि ग्रह ढाई साल में एक बार राशि बदलता है। ये ग्रह समय-समय पर अस्त और उदय भी होता है। इस बार शनि ग्रह 30 जनवरी 2023 की रात अस्त होगा। शनि की ये स्थिति अगले 33 दिनों तक रहेगी यानी 5 मार्च तक।
आज (30 जनवरी) माघ मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी और नवमी तिथि है। इस दिन कृत्तिका नक्षत्र होने से सुस्थिर नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है। इसके शुक्ल और ब्रह्म नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
Weekly Love Horoscope: हमारी लाइफ में कई सारे फैक्ट्स होते हैं जैसे बिजनेस, जॉब, फैमिली और लव। इन सभी में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहती है। लेकिन सबसे ज्यादा असर लव फैक्ट का असर हमारी लाइफ पर ज्यादा होता है।
Weekly Horoscope February 2023: साल 2023 के दूसरे महीने फरवरी का पहला सप्ताह 30 जनवरी से 5 फरवरी तक रहेगा। ये पूरा सप्ताह माघ मास के शुक्ल पक्ष के अंतर्गत रहेगा। कई व्रत-त्योहार भी इस सप्ताह में मनाए जाएंगे।
Aaj Ka Panchang: 29 जनवरी, रविवार को पहले भरणी नक्षत्र होने से नक्षत्र होने से कालदण्ड और इसके बाद कृत्तिका नक्षत्र होने से धूम्र नाम के 2 अशुभ योग इस दिन बन रहे हैं। इसके अलावा शुभ और शुक्ल नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
आज (29 जनवरी, रविवार) माघ मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी और नवमी तिथि का संयोग बन रहा है। रविवार को पहले भरणी नक्षत्र होने से नक्षत्र होने से कालदण्ड और इसके बाद कृत्तिका नक्षत्र होने से धूम्र नाम के 2 अशुभ योग इस दिन बन रहे हैं।
Aaj Ka Panchang: 28 जनवरी, शनिवार को पहले अश्विनी नक्षत्र होने से सौम्य नाम का शुभ योग और इसके बाद भरणी नक्षत्र होने से ध्वांक्ष नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहे हैं। इसके अलावा साध्य और शुभ नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
आज (28 जनवरी, शनिवार) माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी और अष्टमी तिथि का संयोग बन रहा है। शनिवार को पहले अश्विनी नक्षत्र होने से सौम्य नाम का शुभ योग और इसके बाद भरणी नक्षत्र होने से ध्वांक्ष नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहे हैं।
आज (27 जनवरी, शुक्रवार) माघ मास से शुक्ल पक्ष की षष्ठी और सप्तमी तिथि का संयोग बन रहा है। शुक्रवार को पहले रेवती नक्षत्र होने से श्रीवत्स नाम का शुभ योग और इसके बाद अश्विनी नक्षत्र होने से वज्र नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहे हैं।