सार
World Bank की रिपोर्ट ने पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति की पोल खोल दी है। बढ़ती गरीबी के लिए GST को जिम्मेदार ठहराया गया है, जिससे 39.4% आबादी गरीबी रेखा से नीचे है।
World Bank Report on Pakistan Poverty : पाकिस्तान भले ही भारत से जंग लड़ने के बड़े दावे कर रहा है, लेकिन हकीकत किसी से छुपी नहीं है। दुनियाभर से भीख मांग रहा पाकिस्तान एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर बेनकाब हो गया है। दरअसल, वर्ल्ड बैंक की एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसने बड़े-बड़े दावे करने वाले पाकिस्तान की पोल खोलकर रख दी है।
क्या कहती है World Bank की रिपोर्ट
भारत-पाकिस्तान में चल रहे तनाव के बीच वर्ल्ड बैंक की एक रिपोर्ट आई है, जिसमें कंगाल पाकिस्तान की डरावनी आर्थिक स्थिति को गंभीरता से उजागर किया गया है। ‘द इफेक्ट्स ऑफ टैक्सेस एंड ट्रांसफर्स ऑन इनइक्वालिटी एंड पोवर्टी इन पाकिस्तान’ नाम से आई इस रिपोर्ट में बताया गया है कि पाकिस्तान में गरीबी बढ़ाने के लिए जनरल सेल्स टैक्स (GST) सबसे ज्यादा जिम्मेदार है।
पाकिस्तान में GST पेमेंट प्री-टैक्स एक्सपेंडिचर के 7% से ज्यादा
वर्ल्ड बैंक की इस रिपोर्ट में बताया गया है कि पाकिस्तान में GST पेमेंट प्री-टैक्स एक्सपेंडिचर के 7% से अधिक है। इसके चलते पाकिस्तान में गरीब और ज्यादा गरीब होता जा रहा है। यानी पाकिस्तान में जीएसटी देश में गरीबी बढ़ने की सबसे बड़ी वजह है। वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान की 39.4 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा के नीचे है।
पाकिस्तान पर 21.6 लाख करोड़ रुपए कर्ज
पाकिस्तान ने दुनियाभर की तमाम कर्ज देनेवाली संस्थाओं से लोन ले रखा है। इनमें वर्ल्ड बैंक, एशियन डेवलपमेंट बैंक, IMF के अलावा चीन और सऊदी अरब जैसे देश भी शामिल हैं। पाकिस्तान को सबसे ज्यादा कर्ज 28.7 अरब डॉलर (2.42 लाख करोड़ रुपए) चीन ने दे रखा है। आईएमएफ ने हाल ही में पाकिस्तान को 8400 करोड़ रुपए का कर्ज दिया है और इसी राहत पैकेज के भरोसे देश चल रहा है।
पाकिस्तान में महंगाई दर 38% के ऊपर
पाकिस्तान की बदतर हालात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वहां महंगाई दर 38% पहुंच चुकी है। खाने-पीने की चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं। पाकिस्तान में चिकन 1000 रुपए किलो, चना दाल 380 रुपए किलो, खाने का तेल 1 लीटर 500 रुपए, बेसन 195 रुपए किलो, चीनी 175 रुपए किलो, दूध 150 रुपए लीटर, टमाटर 80 रुपए किलो और सेब 500 रुपए किलो बिक रहा है।