अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकाने पर B-2 स्पिरिट बमवर्षक विमानों से हमला किया। यह हमला कई सालों में ईरान के खिलाफ सबसे बड़ी अमेरिकी सैन्य कार्रवाई है।

US attack on Iran: इजरायल और ईरान के बीच चल रही लड़ाई (Israel Iran War) में रविवार को नया मोड़ आया। अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हमला किया। इसके लिए बी-2 स्पिरिट बमवर्षक विमानों (B-2 Spirit Stealth Bomber) ने यूएस के मिसौरी से लगभग 37 घंटे तक बिना रुके उड़ान भरी। 

फोर्डो पर गिराए गए 6 बंकर-बस्टर बम

अमेरिका से ईरान आने के लिए B-2 स्टील्थ बमवर्षकों को कई बार हवा में इंधन भरवाना पड़ा। यह काम अमेरिकी एयर फोर्स के टैंकर विमानों ने किया। B-2 स्टील्थ बमवर्षकों ने बंकर-बस्टर बम गिराए। उसी समय अमेरिकी नौसेना ने अपनी पनडुब्बियों से टॉमहॉक मिसाइलों से वार किया। यह ईरान के खिलाफ कई साल में सबसे प्रत्यक्ष अमेरिकी सैन्य कार्रवाई थी। ट्रंप ने कहा कि फोर्डो पर छह बंकर-बस्टर बम गिराए गए और लगभग 30 टॉमहॉक मिसाइलों ने अन्य परमाणु प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया।

अमेरिकी सेना मुख्यालय पेंटागन ने पुष्टि की है कि हमले में बी-2 बमवर्षक विमानों का इस्तेमाल किया गया था। शनिवार को अमेरिका ने प्रशांत महासागर में स्थित गुआम द्वीप में बी-2 बमवर्षक विमानों को तैनात किया था। ये विमान GBU-57 मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर बम दागने में सक्षम हैं। इन्हें गहरे बंकरों को नष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है।

क्या है बी-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर?

बी-2 स्पिरिट कोई साधारण विमान नहीं है। यह स्टील्थ बॉम्बर है। रडार की पकड़ में नहीं आता। इसका इस्तेमाल एयर डिफेंस सिस्टम से सुरक्षित इलाके पर भारी बमबारी के लिए किया जाता है। शीत युद्ध के दौरान इसे नॉर्थ्रॉप ग्रुम्मन ने बनाया था। इसे भारी सुरक्षा वाले दुश्मन के इलाके में बमबारी के लिए डिजाइन किया गया है। केवल 21 बी-2 स्पिरिट बॉम्बर बनाए गए हैं। प्रत्येक की लागत 2.1 बिलियन डॉलर (18177 करोड़ रुपए) थी।

बी-2 स्पिरिट का आकार चमगादड़ जैसा है। इसे रडार से देख पाना बेहद मुश्किल है। इसका रडार सिग्नेचर पक्षी जितना छोटा होता है। बी-2 स्पिरिट उड़ाने के लिए 2 पायलटों की जरूरत होती है।

क्यों इतना खतरनाक है B-2 स्पिरिट बॉम्बर?

B-2 स्पिरिट बॉम्बर की मदद से अमेरिका दुनिया में कहीं भी हमला कर सकता है। इसका रेंज करीब 11,000 km है। इतनी दूरी तय करने के लिए इसे हवा में इंधन भरने की जरूरत नहीं होती। हवा में इंधन भरने पर रेंज और अधिक बढ़ जाता है। यह विमान पहले अमेरिका के मिसौरी से अफगानिस्तान, लीबिया और अब ईरान तक जाकर हमले कर चुका है।

B-2 अपने साथ 18143kg वजन तक के बम और मिसाइल ले जाता है। यह पारंपरिक और परमाणु दोनों तरह के हथियार लेकर उड़ सकता है। यह विमान मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर के अलावा, GPS-गाइडेड JDAMs, स्टैंडऑफ ग्लाइड बम (JSOW), JASSM और इसके विस्तारित-रेंज वैरिएंट, JASSM-ER जैसी लंबी दूरी की क्रूज मिसाइलें लेकर उड़ता है।