सार

श्वसन संबंधी समस्याओं से जूझ रहे पोप फ्रांसिस ने अपने करीबियों से कहा है कि अब वो ज़्यादा दिन नहीं जी पाएंगे।

रोम: साँस की बीमारी निमोनिया से पीड़ित ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने अपने करीबी सहयोगियों से कहा है कि अब वो ज़्यादा दिन नहीं जी पाएंगे। 88 वर्षीय पोप को शुक्रवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहाँ उनके दोनों फेफड़ों में निमोनिया का पता चला। सोमवार को वेटिकन ने बताया कि उनकी हालत स्थिर है। बुधवार को भी उन्होंने अच्छी नींद के बाद नाश्ता किया था। इसके बाद ही पोप ने अपने स्वास्थ्य लाभ को लेकर संदेह जताया और अपने उत्तराधिकारी के चुनाव पर ध्यान केंद्रित किया। पहले से ही ब्रोंकाइटिस से पीड़ित पोप के युवावस्था में ही उनके दाहिने फेफड़े का एक हिस्सा निकाल दिया गया था। इसके बाद से वे नियमित जांच करवाते रहे हैं। नीचे पढ़ें देश-दुनिया की और बड़ी खबरें…

अदानी के खिलाफ जांच में मदद: भारत से अमेरिका की गुहार

पीटीआई न्यूयॉर्क, अदानी समूह के उद्यमियों गौतम अदानी और सागर अदानी पर सौर ऊर्जा अनुबंध घोटाले से जुड़े मामले की जांच कर रहे अमेरिकी शेयर बाजार आयोग ने कहा है, 'हमारे द्वारा दायर मामले की जानकारी अदानी के साथ साझा करने की प्रक्रिया जारी है।' साथ ही, इसके लिए भारत सरकार से सहयोग माँगा गया है। अमेरिका के न्यूयॉर्क कोर्ट में दायर स्थिति रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।

कांग्रेस का तंज:

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस ने कहा, 'अदानी के खिलाफ अमेरिका में चल रहे मामले को हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निजी मामला बताया था। अब अमेरिकी शेयर बाजार आयोग भारत सरकार से जांच में मदद मांग रहा है। क्या मोदी इसके लिए राज़ी होंगे?' अदानी ने भारत में सौर ऊर्जा अनुबंध पाने के लिए रिश्वत दी थी। लेकिन इस बात को छुपाकर अमेरिकी बैंकों से कर्ज लिया था, इस मामले की जांच अमेरिकी शेयर बाजार आयोग कर रहा है।