इलेक्ट्रिक गाड़ियों के लिए ज़रूरी रेयर अर्थ मैग्नेट का निर्यात चीन ने बंद कर दिया है, जिससे भारत की ऑटो इंडस्ट्री को झटका लगा है। जानकारों का कहना है कि इससे भारत में इलेक्ट्रिक गाड़ियों का उत्पादन ही नहीं, बल्कि पूरा उद्योग प्रभावित होगा।
Earthquake In Pakistan: पाकिस्तान में एक बार फिर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.2 दर्ज की गई है।
France Ban Smoking: फ्रांस ने बच्चों की सेहत को ध्यान में रखते हुए पार्क, स्कूल, समुद्र तट और अन्य सार्वजनिक जगहों पर धूम्रपान पर प्रतिबंध लगा दिया है। नियम तोड़ने पर 153 डॉलरका जुर्माना लगेगा।
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा। सऊदी अरब के रियाद में भारत के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से अधिकारियों से मुलाकात की। इस दौरान ओवैसी ने पाकिस्तान को एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में डालने की बात को दोहराया। इसी के साथ अन्य मामलों को लेकर भी निशाना साधा।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने अपनी अज़रबैजान यात्रा के दौरान बोलते हुए यह स्वीकार कर लिया कि पाकिस्तान भारत पर 10 May को अटैक करने वाला था। लेकिन उससे पूर्व 9 और 10 May की रात को भारत ने पाकिस्तान के ऊपर भारी अटैक किया। विशेष तौर पर ब्रह्मोस मिसाइल के अटैक से पाकिस्तान के बहुत सारे एयरबेस को नुकसान पहुंचा।जिससे पाकिस्तान का भारत पर अटैक करने के का प्लान विफल हो गया।
पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने उस रात की घटना को याद कर उसका जिक्र किया जब भारत ने पाकिस्तानी एयरबेसों पर हमला बोला था। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सुबह की नमाज के बाद भारत पर हमले की योजना बना चुका था। हालांकि उससे पहले ही भारत ने ब्रह्मोस मिसाइलों से पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को तबाह कर दिया। शहबाज शरीफ ने यह बातें अजरबैजान के लाचिन में पाकिस्तान तुर्की अजरबैजान त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए बोलीं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सेना फजर की नमाज के बाद सुबह तकरीबन साढ़े चार बजे भारत पर हमला करने वाली थी।
China Silent on Pakistan-India Conflict: चीन ने भारत-पाकिस्तान संघर्ष में अपने हथियारों के प्रदर्शन पर कोई भी जानकारी देने से इनकार कर दिया है। दोनों देशों से शांति बनाए रखने का आग्रह किया। यह खबर भारत द्वारा चीनी PL-15E मिसाइल मिलने के बाद आई है।
Shashi Tharoor Indus Water Treaty: शशि थरूर ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद के कारण भारत सिंधु जल संधि पर अब सिर्फ़ सद्भावना से काम नहीं ले सकता।