Iran Missile Attack on Al-Udeid Base: ईरान ने 'Operation Besharat Fatah' में कतर स्थित अमेरिका के Al Udeid एयरबेस पर किया मिसाइल हमला। US राष्ट्रपति ट्रंप व्हाइट हाउस की Situation Room से कर रहे पल-पल की निगरानी।
Al Udeid Base Missile Attack: अमेरिका द्वारा ईरान के Fordow, Natanz और Esfahan स्थित परमाणु संयंत्रों पर किए गए "Operation Midnight Hammer" के जवाब में, ईरान ने सोमवार को कतर स्थित Al-Udeid एयरबेस पर जबरदस्त मिसाइल हमला किया है। ईरानी हमले के बाद अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस स्थित अपने सिचुएशन रूम में स्थिति की पल-पल निगरानी के लिए जमे हुए हैं।
ईरानी सशस्त्र बलों (Iranian Armed Forces) ने हमले को Operation Besharat Fatah का नाम देते हुए कहा: इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान अपनी क्षेत्रीय अखंडता, संप्रभुता और राष्ट्रीय सुरक्षा के खिलाफ किसी भी आक्रमण को बिना जवाब नहीं छोड़ेगा। White House और उसके सहयोगियों के लिए हमारा संदेश साफ है।
ट्रंप Situation Room में, लगातार निगरानी में पूरा ऑपरेशन
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस की सिचुएशन रूम (Situation Room) में मौजूद हैं और ईरान के इस जवाबी हमले पर पल-पल की निगरानी कर रहे हैं। यहीं से उन्होंने शनिवार को ईरान के खिलाफ 30,000-पाउंड बंकर-बस्टर बमों के साथ Operation Midnight Hammer को हरी झंडी दी थी।
दोहा में गूंजे धमाके, अमेरिकी नागरिकों को shelter-in-place अलर्ट
कतर की राजधानी दोहा (Doha) में सोमवार देर शाम जोरदार धमाके सुने गए। US Embassy Doha ने अपने नागरिकों को अलर्ट जारी कर कहा कि जहां हैं वहां सुरक्षित शरण लें। किसी प्रकार की सूचना का इंतजार करें।
कतर की तीखी प्रतिक्रिया: संप्रभुता का उल्लंघन
कतर के विदेश मंत्रालय ने हमले को अपने देश की संप्रभुता, हवाई क्षेत्र और अंतरराष्ट्रीय कानून का स्पष्ट उल्लंघन करार दिया। कतर सरकार ने कहा कि वह जवाब देने का अधिकार सुरक्षित रखती है। हालांकि, अब तक कोई जनहानि नहीं हुई है। सुरक्षा के मद्देनज़र कतर ने अपने हवाई क्षेत्र को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है, जिससे दोहा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की उड़ानें डायवर्ट की गई हैं।
ईरानी मिसाइलों का निशाना: Al-Udeid बेस
- कतर का Al-Udeid एयरबेस, अमेरिका की सेंट्रल कमांड (CENTCOM) का अहम केंद्र है।
- यहां 10,000 से ज्यादा अमेरिकी सैनिक, F-22 रैप्टर्स और रणनीतिक संसाधन तैनात हैं।
- ईरानी हमला इस बात का संकेत है कि अब संघर्ष सैन्य और रणनीतिक स्थलों से बढ़कर प्रत्यक्ष सैन्य ठिकानों तक पहुंच गया है।