Iran Missile Attack on US Base: अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले के जवाब में ईरान ने कतर में अमेरिकी Al-Udeid एयरबेस पर मिसाइल हमला किया। ऑपरेशन ‘Besharat Fatah’ के तहत Revolutionary Guard ने दिखाई सैन्य ताकत।
Operation Besharat Fatah: ईरान ने सोमवार को अमेरिका के खिलाफ सीधा सैन्य हमला करते हुए कतर स्थित Al-Udeid अमेरिकी एयरबेस को मिसाइलों से निशाना बनाया। यह वही बेस है जिसे अमेरिका पश्चिम एशिया (West Asia) में अपनी सबसे बड़ी रणनीतिक संपत्ति मानता है। यह एयरबेस, मिडिल ईस्ट में अमेरिकी दबदबे का प्रतीक माना जाता है। अब ईरान ने उसे सीधे चुनौती दे दी है।
'Operation Besharat Fatah' से ईरानी पलटवार
ईरान ने मिसाइल हमले के बाद बयान जारी किया है। इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने बयान जारी कर कहा: Operation Besharat Fatah के अंतर्गत पवित्र कोड Aba Abdullah Al-Hussein (PBUH) के साथ, ईरानी मिसाइलों ने कतर के अल-उदीद बेस (Al Udeid Base) को तबाह करने वाला हमला किया। यह बेस अमेरिका की वायुसेना का मुख्यालय है और पूरे पश्चिम एशिया में उसका सबसे बड़ा सैन्य अड्डा है।
ईरानी सेना का अमेरिका को सीधा संदेश
ईरानी सशस्त्र बलों ने चेतावनी देते हुए कहा: हम अपने देश की संप्रभुता (sovereignty), क्षेत्रीय अखंडता (territorial integrity) और राष्ट्रीय सुरक्षा के खिलाफ किसी भी प्रकार की आक्रामकता को बिना जवाब छोड़े नहीं छोड़ेंगे। यह संदेश व्हाइट हाउस और उसके सहयोगियों के लिए है।
ट्रंप के ऑपरेशन के बाद आया ईरानी जवाब
यह हमला अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के नेतृत्व में हुए उस सैन्य ऑपरेशन के जवाब में किया गया है, जिसमें अमेरिका ने Fordow, Natanz और Isfahan में ईरान के भूमिगत परमाणु ठिकानों को बंकर-बस्टर बमों से तबाह किया था। ट्रंप ने तब कहा था कि अगर ईरान शांति नहीं चाहता तो अगली कार्रवाइयां और भी तेज और घातक होंगी।
अल-उदीद बेस: अमेरिकी दबदबे का प्रतीक
- Al-Udeid Base में 10,000 से ज्यादा अमेरिकी सैनिक तैनात हैं
- यह US Central Command (CENTCOM) का Forward HQ है
- अब तक यह बेस अमेरिका के कई मध्य पूर्व अभियानों इराक युद्ध से लेकर अफगानिस्तान तक का संचालन केंद्र रहा है