Iran Threat on Al Udeid Base Qatar: दोहा के ऊपर धमाके सुने गए, ईरान से अमेरिकी अल-उदीद एयरबेस पर हमले की आशंका। कतर ने एयरस्पेस बंद किया, अमेरिकी दूतावास ने अलर्ट जारी किया।
Israel Iran War: कतर की राजधानी दोहा (Doha) में सोमवार को जोरदार धमाके (Explosions) सुनाई दिए। ईरान ने अपने न्यूक्लियर साइट्स पर अमेरिकी हमले का बदला लेते हुए कतर स्थित अमेरिकी एयरबेस पर मिसाइल दागे हैं। अल उदीद में अमेरिका का मिडिल ईस्ट का सबसे बड़ा एयरबेस है। ईरान की ओर से कतर स्थित अमेरिकी एयरबेस अल-उदीद (Al Udeid) पर हमले पहले ही धमकी मिली थी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईरान ने इराक में अमेरिकी ठिकानों पर भी मिसाइलें दागी हैं। 10 मिसाइलें अल-उदीद एयरबेस की ओर और एक इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों की ओर दागी गई। इससे पहले दिन में सीरिया के हसाका प्रांत में एक अमेरिकी मिलिट्री बेस पर हमला हुआ था।
कतर ने दी धमकी, लेंगे बदला
कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजेद अल-अंसारी ने कहा कि ईरान की इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने अल-उदीद मिलिट्री बेस पर हमला करके हमारी संप्रभुता और एयर स्पेस का उल्लंघन किया है। अब कतर के पास इस हमले का जवाब देने का पूरा अधिकार है। उन्होंने बताया कि कतर एयर डिफेंस ने इस हमले को नाकाम कर दिया। ईरानी मिसाइल कामयाब नहीं होने पाए। उन्होंने बताया कि इस हमले में कोई व्यक्ति घायल नहीं हुआ।
कतर ने अस्थायी रूप से एयरस्पेस किया बंद
कतर की सरकार ने बयान जारी कर कहा कि नागरिकों और पर्यटकों की सुरक्षा के मद्देनज़र देश का हवाई क्षेत्र अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। कतर के बाद पूरे अरब देशों ने अपने एयरस्पेस बंद कर दिए हैं। वहीं, दोहा स्थित अमेरिकी दूतावास (US Embassy Doha) ने अत्यधिक सतर्कता के तहत अमेरिकी नागरिकों को अपने स्थान पर ही रहने की सलाह दी है।
ट्रंप की धमकी और ईरान की पलटवार चेतावनी
बीते सप्ताह अमेरिकी B-2 बमवर्षकों ने ईरान के Fordow, Natanz और Isfahan में स्थित गुप्त परमाणु ठिकानों पर 30,000 पाउंड के बंकर-बस्टर बम गिराए थे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने बयान में कहा था कि ईरान की सरकार को हटाया जा सकता है। इसके बाद ईरान ने संयुक्त राज्य अमेरिका और उसके ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी थी।
इजरायल ने तेहरान की जेल पर किया हमला
सोमवार को इजरायल ने तेहरान में स्थित राजनीतिक कैदियों की जेल पर हमला किया जिससे यह संकेत मिला कि अब सिर्फ सैन्य और परमाणु ठिकाने ही नहीं बल्कि शासन के ढांचे को भी निशाना बनाया जा रहा है। यह हमले ईरान के राजनीतिक प्रतिष्ठान पर सीधा दबाव माना जा रहा है।
अमेरिका को मध्य पूर्व में ईरानी हमलों की आशंका
दो अमेरिकी अधिकारियों ने जानकारी दी कि वाशिंगटन को आशंका है कि ईरान जल्दी ही मध्य पूर्व में अमेरिकी फोर्सेस को निशाना बना सकता है। हालांकि अमेरिका अभी भी कूटनीतिक समाधान के लिए तैयार है।
क्या होगा तेल आपूर्ति पर असर?
हालांकि, ईरान की ओर से हॉर्मुज़ जलडमरूमध्य (Strait of Hormuz) में तेल शिपमेंट को चुनौती देने की धमकी दी गई है लेकिन वैश्विक तेल बाज़ार स्थिर बना हुआ है। ट्रेडर्स को लगता है कि ईरान शायद उस हद तक नहीं जाएगा जिससे वैश्विक आपूर्ति बाधित हो।
ईरान ने रूस से मांगा समर्थन
ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराक़ची (Abbas Araqchi) ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) से मॉस्को में मुलाकात की। ईरान अब अपने आखिरी बचाव साझेदारों में से एक रूस से समर्थन चाहता है।