G7 Summit Alberta: Donald Trump G7 समिट से समय से पहले निकले, Israel-Iran युद्ध के चलते लौटे अमेरिका; G7 नेताओं ने दिया सख्त बयान-Iran मध्य पूर्व में आतंक और अस्थिरता का मुख्य स्रोत, साथ ही Gaza युद्धविराम की भी मांग।

G7 Summit Alberta: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप G7 शिखर सम्मेलन को अधूरा ही छोड़कर वापस लौट गए हैं। यह ईरान-इजरायल युद्ध की वजह से माना जा रहा है। Israel-Iran युद्ध की स्थिति को गंभीर और प्राथमिक मानते हुए ट्रंप ने सोमवार रात सम्मेलन की पारिवारिक डिनर के बाद कनाडा से अमेरिका के लिए उड़ान भरी।

Trump ने जताई संतुष्टि, लेकिन बोले-मुझे वापस जाना होगा

CBC News के मुताबिक, प्रस्थान से पहले ट्रंप ने मीडिया से कहा कि मैं इसे पसंद करता हूं। बहुत अच्छा समय बीता। हमने बहुत कुछ हासिल किया। लेकिन मुझे यहां से जाना होगा, यह बहुत बड़ा मामला है।

ट्रंप की समयपूर्व विदाई का मतलब यह हुआ कि वे मंगलवार को होने वाली अहम बैठकों में भाग नहीं लेंगे। इसके अलावा गैर जी-7 देशों की मीटिंग जिसमें भारत के पीएम नरेंद्र मोदी, मैक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शीनबाम और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की की सहभागिता को मिस कर गए।

G7 का संयुक्त बयान: Iran कभी परमाणु हथियार न पाए

G7 देशों - कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम, अमेरिका और यूरोपीय संघ - ने एक कड़ा संयुक्त बयान जारी किया, जिसमें कहा गया: हम इस बात की पुष्टि करते हैं कि ईरान कभी परमाणु हथियार प्राप्त न करे, और हम मध्य पूर्व में तुरंत तनाव कम करने की अपील करते हैं। साथ ही बयान में Israel के आत्मरक्षा के अधिकार को मान्यता दी गई और ईरान को क्षेत्रीय अस्थिरता और आतंक का मुख्य स्रोत बताया गया।

Gaza Ceasefire की भी उठी मांग

G7 नेताओं ने यह भी कहा कि ईरान संकट का समाधान व्यापक मध्य पूर्व तनाव में कमी की दिशा में हो और गाज़ा में युद्धविराम भी हो। हम चाहते हैं कि ईरान संकट का समाधान व्यापक मध्य पूर्व शांति की ओर ले जाए।

PM Mark Carney ने ट्रंप के प्रस्थान को बताया 'समझदारी भरा कदम'

इस वर्ष के सम्मेलन के अध्यक्ष और कनाडा के प्रधानमंत्री Mark Carney ने ट्रंप की जल्दी विदाई पर कहा: हम उनके प्रस्थान को पूरी तरह समझते हैं और उनके सम्मिलन के लिए आभारी हैं।

PM Modi और विश्व नेताओं की सहभागिता आज

G7 सम्मेलन का आज का सत्र गैर-G7 नेताओं के साथ है, जिसमें PM नरेंद्र मोदी, मैक्सिको की क्लाउडिया शीनबाम, और यूक्रेन के जेलेंस्की शामिल हैं। अब इस बैठक का फोकस भी मध्य पूर्व में शांति स्थापना की रणनीतियों पर केंद्रित होगा।