कंबोडिया और थाईलैंड के बीच हो रही लड़ाई शनिवार को जारी रही। इसके चलते भारत ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। सीमा के करीब वाले इलाकों में जाने से मना किया गया है। 

Cambodia Thailand War: कंबोडिया और थाईलैंड के बीच हो रही लड़ाई को देखते हुए भारत ने शनिवार को अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की। कंबोडिया स्थित भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों से आग्रह किया कि सीमावर्ती क्षेत्रों की यात्रा नहीं करें।

भारत ने अपने लोगों से कहा- सीमा के पास नहीं जाएं

एडवाइजरी में कहा गया है, "कंबोडिया-थाईलैंड सीमा पर चल रही झड़पों के मद्देनजर, भारतीय नागरिकों को सीमावर्ती क्षेत्रों की यात्रा करने से बचने की सलाह दी जाती है। किसी आपात स्थिति में भारतीय नागरिक दूतावास से संपर्क करें।" शुक्रवार को थाईलैंड स्थित भारतीय दूतावास ने भी एडवाइजरी जारी कर भारतीय नागरिकों से कहा था कि 20 से अधिक स्थानों की यात्रा नहीं करें। इनमें उबोन रत्चथानी, सुरिन, सिसाकेट, बुरीराम, सा काओ, चंतबुरी और ट्रैट शामिल हैं।

शनिवार को तीसरे दिन जारी रही थाईलैंड और कंबोडिया की लड़ाई

थाईलैंड और कंबोडिया दक्षिण एशियाई पड़ोसी देश हैं। इनके बीच लड़ाई शनिवार को लगातार तीसरे दिन भी जारी रही। दोनों पक्ष राजनयिक समर्थन की मांग कर रहे हैं। प्रत्येक ने खुद की रक्षा के लिए दूसरे पर हमला करने का दावा किया है। वे शत्रुता समाप्त कर बातचीत शुरू करने का आग्रह कर रहे हैं। पिछले 13 वर्षों में दोनों देशों के बीच हुई सबसे भीषण लड़ाई में कम से कम 31 लोग मारे गए हैं। 1,30,000 से ज्यादा लोग विस्थापित हुए हैं।

100km से अधिक दूरी तक फैल गई लड़ाई

थाई नौसेना ने तटीय प्रांत ट्राट में शनिवार तड़के ताजा झड़पों की सूचना दी। इससे लड़ाई 100 किलोमीटर से अधिक दूरी तक फैल गई है। लड़ाई की शुरुआत मई के अंत में एक संक्षिप्त झड़प से हुई है। एक कंबोडियाई सैनिक की गोलीबारी के बाद से तनाव और बढ़ गया है। सीमा पर दोनों पक्षों ने अपने सैनिकों की संख्या बढ़ा दी है। सड़कों पर टैंक दौड़ते दिखे हैं। इससे थाईलैंड में राजनयिक संकट पैदा हो गया है। पहले से ही कमजोर गठबंधन सरकार पतन के कगार पर है। शनिवार को थाइलैंड में लड़ाई के चलते मरने वालों की संख्या बढ़कर 19 हो गई। वहीं, कोलंबिया ने अपने यहां 13 लोगों के मरने की जानकारी दी है।

थाईलैंड और कंबोडिया के बीच है 817km लंबी सीमा

बता दें कि थाईलैंड और कंबोडिया के बीच 817 किलोमीटर लंबी जमीनी सीमा है। सीमा पर कई इलाके ऐसे हैं जहां यह तय नहीं है कि उसपर किसका अधिकार होगा। दोनों देश अपना-अपना दावा करते हैं। इसके चलते मतभेद रहा है। विवाद विशेष रूप से प्राचीन हिंदू मंदिर ता मोआन थॉम और 11वीं शताब्दी के प्रीह विहियर पर केंद्रित है। अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने 1962 में प्रीह विहियर को कंबोडिया को सौंप दिया था, लेकिन 2008 में जब कंबोडिया ने इस स्थल को यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित करने की मांग की तो तनाव फिर से भड़क उठा।