काशी के घाटों को पॉलिथीन मुक्त बनाने में जुटा 'नमामि गंगे', अभियान चलाकर श्रद्धालुओं से की खास अपील

काशी और उसकी आत्मा गंगा को पॉलीथिन मुक्त करने को लेकर दशाश्वमेध, अहिल्याबाई, प्रयाग, राजेन्द्र प्रसाद एवं मानमंदिर घाट पर नमामि गंगे (गंगा विचार मंच) के सदस्यों ने जागरूकता एवं स्वच्छता अभियान चलाया। गंगा घाट पर उपस्थित श्रद्धालुओं एवं पूजन वस्तुओं के दुकानदारों को कपड़े का झोला देकर नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने लाउडस्पीकर से पॉलीथिन से होने वाले नुकसान के बारे में बताया । 

/ Updated: Jun 29 2022, 03:54 PM IST

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वाराणसी: काशी और उसकी आत्मा गंगा को पॉलीथिन मुक्त करने को लेकर दशाश्वमेध, अहिल्याबाई, प्रयाग, राजेन्द्र प्रसाद एवं मानमंदिर घाट पर नमामि गंगे (गंगा विचार मंच) के सदस्यों ने जागरूकता एवं स्वच्छता अभियान चलाया। गंगा घाट पर उपस्थित श्रद्धालुओं एवं पूजन वस्तुओं के दुकानदारों को कपड़े का झोला देकर नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने लाउडस्पीकर से पॉलीथिन से होने वाले नुकसान के बारे में बताया । उन्हें पॉलीथिन इस्तेमाल नहीं करने का संकल्प भी दिलाया । 'बंद करो पॉलीथिन, काशी को बनाओ सुंदर और क्लीन ' - ' पॉलिथिन रोकेंगे काशी को स्वच्छ व स्वस्थ्य बनाएंगे' जैसे नारों से गंगा तट गूंज उठा । संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि पॉलीथिन के केमिकल पर्यावरण के लिए बेहद हानिकारक होते हैं। जो इंसान , जानवरों , पौधों और सभी जीवित चीजों को नुकसान पहुंचाते हैं । बताया कि पॉलीथिन को गंगा जल में घुलने के लिए 100 वर्ष लग जाते हैं । शहर में नाली व सीवर जाम की समस्या का सबसे बड़ा कारण पॉलिथीन है । पूरी काशी को एकजुट होकर इस मुहिम में जुटना होगा और हर एक व्यक्ति अपने आसपास के 10 लोगों से भी पॉलीथिन से होने वाले नुकसान को लेकर जागरूक करे तो रोजमर्रा इस्तेमाल में होने वाले पॉलिथीन से बढ़ते खतरे से लोगों को बचाया जा सकता है । पॉलिथीन का प्रयोग अब पूर्णतया बंद होना चाहिए । आयोजन में प्रमुख रूप से काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला, बीना गुप्ता, हनुमान साहनी, अजय साहनी, मिट्ठू पांडेय, सुमन सिंह आदि उपस्थित रहे ।