सार
उत्तर प्रदेश में मौसम ने चौंका दिया है! नौतपा के तीखे ताप की उम्मीद थी, लेकिन अचानक आसमान से गड़गड़ाहट और तेज हवाओं का कहर टूट पड़ा। 60 जिलों पर IMD ने चेतावनी दी है—आख़िर क्यों टूटा ये मौसम का तांडव? क्या मानसून आ गया है पहले?
UP weather alert: उत्तर प्रदेश में नौतपा के दौरान जहां आग बरसने की आशंका थी, वहीं मौसम ने चौंकाते हुए ठंडी फुहारें और तेज हवाएं दे दीं। लखनऊ सहित कई जिलों में गुरुवार सुबह से ही बारिश शुरू हो गई, जिससे लोगों को चिपचिपी गर्मी से राहत मिली।
60 जिलों में खतरे की घंटी, IMD ने जारी किया अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने प्रदेश के 60 से अधिक जिलों में गरज-चमक, आंधी और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है। हवाओं की रफ्तार 40-50 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की संभावना है, जिससे खुले इलाकों में सतर्कता जरूरी हो गई है।
तेज हवाओं के साथ आ सकता है वज्रपात
बिजली गिरने की घटनाएं बांदा, बलिया, लखनऊ, गोरखपुर, मेरठ, बरेली, अयोध्या, झांसी, गाजियाबाद, नोएडा समेत कई जिलों में हो सकती हैं। लोगों को घरों में रहने और पेड़ों, बिजली के खंभों से दूर रहने की सलाह दी गई है।
चिपचिपी गर्मी के बाद आई राहत की बौछार
बीते कुछ दिनों से लू नहीं चल रही थी, लेकिन उमस और नमी के कारण गर्मी बेहद असहनीय हो गई थी। अब इन बारिशों ने थोड़ी राहत दी है। साथ ही, तापमान में भी हल्की गिरावट दर्ज की गई है।
मौसम वैज्ञानिकों की भविष्यवाणी
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, 29 से 31 मई तक बारिश और हवाएं कई इलाकों को प्रभावित करेंगी। यह स्थिति मॉनसून की प्रारंभिक हलचल का संकेत हो सकती है।
कहां-कहां दिखेगा असर?
अलर्ट वाले जिलों में बस्ती, कुशीनगर, श्रावस्ती, अमेठी, कानपुर, लखीमपुर खीरी, जालौन, हमीरपुर, ललितपुर, पीलीभीत, बदायूं, रामपुर, मुरादाबाद, शाहजहांपुर जैसे शहर शामिल हैं। ये जिले वज्रपात और तेज आंधी के हॉटस्पॉट माने जा रहे हैं।
प्रशासन सतर्क, लोगों से की गई ये अपील
राज्य प्रशासन और NDRF टीमें अलर्ट मोड पर हैं। लोगों को अनावश्यक यात्रा न करने, मोबाइल चार्ज कर रखने और आपातकालीन नंबरों को सेव रखने की सलाह दी गई है।
क्या मानसून ने दे दी दस्तक?
मौसम के इस अचानक बदलाव को लेकर सवाल उठने लगे हैं—क्या यह समय से पहले मानसून की आहट है? विशेषज्ञों का मानना है कि ये प्री-मानसून एक्टिविटी है, लेकिन इसका असर काफी व्यापक हो सकता है।
आगे क्या करें आम नागरिक?
लोगों को चाहिए कि वे IMD के अपडेट्स पर नजर रखें, घरों में सुरक्षित रहें और किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहें। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी की आवश्यकता है।