स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है। एहतियातन सिद्धार्थनगर के नेपाल बार्डर सोनौली, ककरहवा, बढऩी पर कड़ी निगरानी है। अब तक 11 लाख विदेशियों की स्क्रीनिंग कराई गई है। ब्लड सैंपल लिए गए, जिसमें कोरोना वायरस नहीं पाया गया।
यूपी के गोरखपुर में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक डॉक्टर का अपहरण करने चार लग्जरी कारों से दर्जन भर बदमाश पहुंचे। हांलाकि डॉक्टर ने अपनी सूझ-बूझ दिखाते हुए अपहर्ताओं को गुमराह कर अपनी जान बचा ली। अब पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मामले की जांच कर रही है।
इससे पहले कोर्ट ने नाबालिग से दुष्कर्म मामले में दिसंबर 2019 में कुलदीप सेंगर को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। 9 अप्रैल 2018 को उन्नाव में पीड़ित के पिता की हिरासत में मौत हो गई थी। परिजन ने सेंगर और उसके साथियों पर उनकी हत्या का आरोप लगाया था।
CAA के विरोध में लखनऊ में हिंसा के दौरान सरकारी तथा अन्य संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने के आरोपियों की फोटो होर्डिंग्स तथा पोस्टर्स में लगाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट यूपी सरकार के फैसले से संतुष्ट नहीं है । न्यायमूर्ति यूयू ललित और अनिरुद्ध बोस की अवकाश कालीन पीठ ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश सरकार की याचिका पर सुनवाई की। शीर्ष अदालत की बेंच ने उत्तर प्रदेश सरकार से पूछा कि उन्हें आरोपियों का पोस्टर लगाने का अधिकार किस कानून के तहत मिला है।
अब फ्रांस, जर्मनी व स्पेन के नागरिकों को भी नेपाल के रास्ते भारत प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। बता दें कि इसके पहले कोरोना संक्रमण के मद्देनजर चीन, कोरिया, ईरान, जापान व इटली के नागरिकों का भारत प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया था।
प्रतिबंध की जानकारी मिलने के बाद सोनौली सीमा तक आए कई विदेशी नागरिक वापस नेपाल लौट गए हैं। बता दें कि भारत सहित अन्य देशों से लगी सीमा पर स्वास्थ्य शिविर भी लगाया गया है। यहां जांच के बाद ही लोगों को नेपाल में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है।
होली पर्व में गांव में डीजे बज रहा था। इसी दौरान तकरीबन 3 बजे चार युवक रंग लगाने के बहाने 19 वर्षीय युवती के घर पहुंचे थे। घर में युवती को अकेला पाकर वह उसके एक कमरे में खींच ले गए। कमरा बंद कर वह एक-एक कर दुष्कर्म किए।
सीएए हिंसा के आरोपियों के पोस्टर हटाने के मामले में योगी सरकार सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है। उत्तर प्रदेश के एडवोकेट जनरल राघवेंद्र सिंह के अनुसार सरकार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के 16 मार्च तक पोस्टर हटाने के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। लखनऊ प्रशासन ने CAA हिंसा के 57 आरोपियों की तस्वीर शहर के प्रमुख चौराहों पर लगा दी थी। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मामले में संज्ञान लेते हुए इसे हटाने का आदेश दिया था।
चिल्ली गांव के लोगों के मुताबिक मनोज बाबा तीन महीने पहले जब यहां आया तो ऐसा लगा जैसे कोई तपस्वी हो। गांव वालों के मुताबिक उसका कहना था कि गांव में वो एक मठ भी बनवाना चाहता था, जिसके लिए वह बड़ी जमीन की तलाश में था।
मथुरा (Uttar Pradesh ). ब्रज की होली पूरी दुनिया में मशहूर है। वहां होली की खुमारी ऐसी है कि विदेशी भी महीनो मदमस्त रहते हैं। ऐसे ही मथुरा की होली की एक परम्परा है मथुरा के फालैन गांव की होली। यहां की परम्परा अनोखी है। यहां दहकते शोलों पर एक व्यक्ति को 10 कदम नंगे पांव चलना होता है। होलिका से उठती ऊंची आग की लपटें देखकर जब हर कोई दूर खड़ा हो जाता है उस समय एक शख्स को इन्ही दहकते अंगारों के बीच से निकलना होता है।