सार
Who is Kaushal Raj Sharma: उत्तर प्रदेश में 33 आईएएस अधिकारियों के तबादले में वाराणसी के मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा को सीएम योगी का सचिव नियुक्त किया गया है।
Uttar Pradesh IAS Transfer: उत्तर प्रदेश की अफसरशाही में एक बार फिर बड़ा फेरबदल हुआ है। 33 आईएएस अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है, जिनमें कई दिग्गज और अनुभवी नाम शामिल हैं। लेकिन इस लिस्ट में सबसे खास नाम है वाराणसी के मंडलायुक्त रहे कौशल राज शर्मा का, जिन्हें अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सचिव बनाया गया है। उनकी जगह डीएम एस. राजलिंगम को वाराणसी का नया मंडल आयुक्त नियुक्त किया गया है।
यह बदलाव सिर्फ एक प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि योगी सरकार के कामकाज को और प्रभावी बनाने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
कौन हैं IAS कौशल राज शर्मा?
कौशल राज शर्मा UP कैडर के 2006 बैच के IAS अधिकारी हैं। मूल रूप से हरियाणा के भिवानी जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में एमटेक किया है और फिर एमए इन पब्लिक पॉलिसी की डिग्री ली।
अपने शांत स्वभाव और तेज कार्यशैली के लिए पहचाने जाने वाले कौशल राज शर्मा ने प्रयागराज और कानपुर जैसे बड़े जिलों में जिलाधिकारी के रूप में कार्य किया है। साल 2019 में उन्हें वाराणसी की कमान सौंपी गई थी, जहां उन्होंने महत्वपूर्ण विकास कार्यों को जमीन पर उतारने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
देश के टॉप 50 IAS अफसरों में नाम
साल 2020 में फेम इंडिया मैग्जीन ने कौशल राज शर्मा को देश के 50 सर्वश्रेष्ठ IAS अफसरों की सूची में शामिल किया था। यही नहीं, 2022 में उन्हें ‘पीएम एक्सिलेंस अवार्ड’ से भी सम्मानित किया गया, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिया गया एक प्रतिष्ठित पुरस्कार है।
प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में शानदार काम
कौशल राज शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, सड़कों के चौड़ीकरण और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स को प्रभावी तरीके से लागू किया। उनके कार्यों से प्रधानमंत्री मोदी भी प्रभावित हुए थे।
कोरोनाकाल में भी कौशल राज शर्मा की भूमिका बेहद अहम रही। उन्होंने महामारी के दौरान बेहतरीन प्रशासनिक तालमेल और व्यवस्था दिखाई, जिससे वाराणसी एक मॉडल डिस्ट्रिक्ट के तौर पर उभरा।
अब नई जिम्मेदारी, नई उम्मीदें
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें अपने सचिव के रूप में नियुक्त करके यह संकेत दिया है कि वे अपने प्रशासनिक कामकाज में अनुभव और भरोसे को सबसे ऊपर रखते हैं। कौशल राज शर्मा की नियुक्ति से यह भी साफ हो गया है कि राज्य सरकार 2027 की तैयारियों में अब और अधिक चुस्त दिखाई देगी।
यह भी पढ़ें: 21वीं मंज़िल से गिरने से पहले की 3 मिनट की कॉल… क्या छात्रा की मौत के पीछे है कोई राज़?