ayodhya gonda highway widening: रामनगरी अयोध्या न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र बन चुकी है, बल्कि अब विकास की रफ्तार से भी देश-दुनिया का ध्यान खींच रही है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या की पहचान अब आधुनिक भारत के मॉडल शहरों में होने लगी है। इसी कड़ी में अब एक और बड़ा तोहफा अयोध्या और गोंडा के लोगों को मिलने वाला है अयोध्या-गोंडा हाईवे को 6 लेन का बनाने की तैयारी शुरू हो चुकी है।
सर्वे शुरू, जल्द मिल सकती है अयोध्या-गोंडा हाईवे को मंजूरी
परिवहन मंत्रालय के निर्देश पर इस हाईवे को चौड़ा करने की दिशा में कदम बढ़ा दिए गए हैं। संबंधित एजेंसी को अगले सप्ताह तक प्रस्तावित एलाइनमेंट की सर्वे रिपोर्ट सौंपनी है। वर्तमान में यह हाईवे केवल टू-लेन का है, जिससे ट्रैफिक की समस्या बनी रहती है। लेकिन अब इस रूट को 6 लेन करने के बाद यात्रियों को न सिर्फ बेहतर सुविधा मिलेगी, बल्कि समय की भी बचत होगी।
ग्रीनफील्ड कॉरिडोर की तरह होगा निर्माण
पहले इसे ब्राउनफील्ड प्रोजेक्ट की तरह बनाने की योजना थी, लेकिन अब इसे ग्रीनफील्ड मॉडल के तहत विकसित किया जाएगा। यानी यह नया हाईवे खेतों और कम आबादी वाले क्षेत्रों से होकर निकलेगा, ताकि आबादी वाले इलाकों में ज़मीन अधिग्रहण और तोड़फोड़ से बचा जा सके। छह लेन वाले इस प्रस्तावित हाईवे को अयोध्या रिंग रोड से भी जोड़ा जाएगा ताकि ट्रैफिक का बेहतर प्रबंधन हो सके। इसके अलावा यह मौजूदा हाईवे के दोनों सिरों से भी जुड़ेगा, जिससे आने-जाने वाले वाहन चालकों को अधिक विकल्प मिल सकेंगे।
रामसर साइट बनी थी बाधा, अब बदला जाएगा एलाइनमेंट
गोंडा सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह पहले ही इस प्रोजेक्ट के लिए नितिन गडकरी को पत्र लिख चुके हैं। हालांकि, वजीरगंज के पास रामसर साइट में बर्ड सेंचुरी के कारण योजना कुछ समय के लिए रोक दी गई थी। अब नया एलाइनमेंट तैयार कर कार्य को फिर से गति दी गई है।
यह भी पढ़ें: शव से चुरा लिए सोने के कुंडल! श्मशान नहीं पहुंची थी लाश, वार्ड बॉय ने कर दी इंसानियत शर्मसार