सार

UP के इटावा में प्रॉपर्टी डीलरों ने महिला को दस्तावेज सौंपने के बहाने बुलाया, जबरन शराब पिलाई, गला घोंटकर हत्या की और शव को जला दिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पढ़ें पूरी दर्दनाक कहानी।

Etawah News: उत्तर प्रदेश के इटावा ज़िले में एक दिल दहला देने वाली वारदात ने सबको झकझोर कर रख दिया है। प्रॉपर्टी डीलिंग के नाम पर दो दलालों ने महिला को मौत के घाट उतार दिया और फिर उसके शव को जला कर नदी में फेंक दिया। पुलिस ने इस मामले में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

जमीन के कागजात सौंपने के बहाने घर बुलाया

मृतक महिला की पहचान अंजलि के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, अंजलि को शिवेंद्र यादव और गौरव नाम के दो प्रॉपर्टी डीलरों ने अपने दफ्तर में बुलाया था। बहाना बनाया गया कि वे उसे ज़मीन से संबंधित कागजात सौंपना चाहते हैं। परिवार का दावा है कि अंजलि ने पहले ही इन डीलरों को 6 लाख रुपये एक ज़मीन के सौदे के लिए दिए थे। लेकिन आरोपियों की मंशा कुछ और ही थी।

जबरन शराब पिलाई, गला घोंटकर कर दी हत्या

अधिकारियों ने बताया कि अंजलि के ऑफिस पहुंचते ही दोनों आरोपियों ने उसे जबरन शराब पिलाई। इसके बाद मौके पर ही उसका गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी गई। हत्या के बाद दोनों ने मिलकर शव को जलाया और नदी के पास फेंक दिया, ताकि पहचान न हो सके।

जला हुआ स्कूटर बना सुराग, खुली हत्या की गुत्थी

अंजलि की हत्या का राज उस वक्त खुला जब उसके परिवार को उसका जला हुआ स्कूटर एक नाले के पास मिला। शक के आधार पर उन्होंने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने जब जांच की तो कुछ ही घंटों में अंजलि का अधजला शव बरामद किया गया।

वीडियो कॉल पर दिखाया शव, रूह कांप गई परिवार की

इस केस को और भी वीभत्स बना दिया आरोपियों की एक हरकत ने। पीड़िता की बहन किरण ने बताया कि आरोपियों ने हत्या के बाद अंजलि के पिता को वीडियो कॉल कर उसका शव दिखाया। इस बेरहमी ने पूरे परिवार को सदमे में डाल दिया।

पुलिस ने किया खुलासा, दोनों आरोपी गिरफ्तार

पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो दोनों आरोपी शिवेंद्र और गौरव ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है और हत्या में इस्तेमाल वस्तुएं भी जब्त की हैं। पुलिस का कहना है कि अभी और भी लोगों की भूमिका की जांच की जा रही है, और जल्द ही केस की चार्जशीट तैयार कर कोर्ट में पेश की जाएगी।

परिवार की मांग - मिले सख्त से सख्त सज़ा

अंजलि के परिवार का कहना है कि उन्हें न्याय चाहिए। उन्होंने मांग की है कि आरोपियों को फांसी की सज़ा दी जाए ताकि कोई और महिला ऐसी वहशियत का शिकार न हो। इटावा की यह वारदात सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि सामाजिक विश्वास और महिला सुरक्षा पर गहरा सवाल है। प्रॉपर्टी डीलिंग के नाम पर किसी की जिंदगी छीन लेना न सिर्फ अपराध है, बल्कि अमानवीयता की सारी हदें पार करना भी है।