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11 साल से सूनी थी गोद, संतान योग के नाम पर तांत्रिक ने पिला दी ज़हर जैसी चीज़, चली गई जान
Black Magic Crime: संतान की चाह में गई जान! आजमगढ़ में 22 हजार की गारंटी लेकर तांत्रिक ने महिला को झाड़फूंक के बहाने पीटा, गला दबाया और नाबदान का गंदा पानी पिलाया… मौत के बाद मंदिर पर शव रखकर हंगामा, चौंकाने वाला खुलासा!
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संतान की गारंटी... मौत की डील!
आजमगढ़ के पहलवानपुर गांव की 35 वर्षीय अनुराधा को संतान न होने की चिंता खाए जा रही थी। 11 साल से शादीशुदा जीवन के बाद जब उम्मीद टूटने लगी, तब परिजनों ने गांव के तांत्रिक चंदू का सहारा लिया। चंदू ने 22 हजार रुपये में संतान की गारंटी दी। लेकिन इस गारंटी का अंत ऐसा होगा, किसी ने नहीं सोचा था।
तांत्रिक चंदू की झूठी सिद्धियां और मंदिर की आड़ में मौत का सौदा
चंदू कोई साधारण आदमी नहीं था। उसने गांव में मां काली का बड़ा मंदिर बनवा रखा था, जहां दूर-दूर से लोग आकर पूजा और झाड़फूंक करवाते थे। उसने अपनी मृत बहन के नाम पर भी मंदिर बनवाया था। चंदू ने खुद को चमत्कारी सिद्ध करके लोगों को मानसिक जाल में फंसा लिया था। उसके पास संतान दिलाने से लेकर भूत भगाने तक का 'रेट लिस्ट' था।
झाड़फूंक के नाम पर अमानवीयता, पिटाई और गंदा पानी
रविवार की रात कथित झाड़फूंक के दौरान चंदू ने महिला को कमरे में बंद कर पिटाई की। सिर्फ इतना ही नहीं, उसने महिला का गला दबाया और नाबदान का गंदा पानी पिलाया। अनुराधा की हालत बिगड़ती गई। मगर तांत्रिक कहता रहा— "क्रिया पूरी नहीं हुई, सहना पड़ेगा, तब ही फल मिलेगा।" इसी क्रिया में महिला की मौत हो गई।
मौत के बाद भी चालाकी, परिजनों को दिया धोखा
जब महिला की मौत हो गई तो चंदू उसे ऑटो में डालकर जिला अस्पताल ले गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बावजूद चंदू शव को घर वापस लेकर आया और परिजनों से कहा— "घबराइए नहीं, बेहोशी है... कुछ देर में होश आ जाएगा।" लेकिन जैसे ही सच्चाई सामने आई, परिजनों और ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा।
शव को मंदिर पर रखकर रातभर हंगामा
ग्रामीणों ने महिला के शव को चंदू के मंदिर के सामने रखकर विरोध शुरू कर दिया। मांग थी— तांत्रिक, उसकी पत्नी और दो साथियों पर तत्काल हत्या का केस दर्ज हो। पुलिस रातभर मौके पर रही लेकिन भीड़ को शांत नहीं कर सकी। यह घटना न सिर्फ दर्दनाक थी, बल्कि समाज में फैले अंधविश्वास की गहरी पोल भी खोल रही थी।
खुद थाने पहुंचा तांत्रिक, हत्या की एफआईआर दर्ज
हंगामे के बाद तांत्रिक चंदू खुद थाने पहुंचा और आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस ने चंदू, उसकी पत्नी और दो सहयोगियों के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज की है। शव को अंततः पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। एसपी सिटी मधुबन सिंह ने बताया कि मामले में जांच जारी है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
अंधविश्वास कब रुकेगा? मौत के सौदागर अब भी खुलेआम
इस पूरे मामले ने एक बार फिर समाज में फैले अंधविश्वास और झोलाछाप तंत्र-मंत्र प्रथा को उजागर कर दिया है। सवाल यह है कि आखिर कब तक लोग इन ढोंगी बाबाओं के झांसे में आते रहेंगे? और क्या सरकार ऐसे मामलों पर कड़ी कार्रवाई करेगी, जिससे किसी और अनुराधा की जान न जाए?