Allahabad High Court inauguration: इलाहाबाद हाईकोर्ट में मल्टीलेवल पार्किंग और 14 मंजिला अधिवक्ता चेम्बर बिल्डिंग का उद्घाटन CJI और CM योगी की उपस्थिति में हुआ। यह आधुनिक सुविधाओं से लैस बिल्डिंग न्यायिक प्रणाली को और मजबूत करेगी।

New Building of Allahabad High Court: प्रयागराज की ऐतिहासिक न्यायभूमि पर आज एक नया अध्याय जुड़ गया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट परिसर में बहुप्रतीक्षित मल्टीलेवल पार्किंग और 14 मंजिला अधिवक्ता चेम्बर बिल्डिंग का उद्घाटन शुक्रवार को हुआ। इस भव्य अवसर पर भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) बी आर गवई, केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सुप्रीम कोर्ट तथा हाईकोर्ट के कई वरिष्ठ न्यायमूर्तियों की उपस्थिति रही।

सुबह 10:30 बजे शुरू हुआ समारोह, दोपहर तक चला कार्यक्रम

नवनिर्मित भवन के उद्घाटन समारोह की शुरुआत सुबह 10:30 बजे से हुई, जो दोपहर करीब 1 बजे तक चला। सीजेआई बीआर गवई एक दिन पहले ही प्रयागराज पहुंच चुके थे। उनके स्वागत के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और डीजीपी स्वयं एयरपोर्ट पर मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी सुबह 9:55 बजे प्रयागराज पहुंचे और सीधे सर्किट हाउस में CJI से मुलाकात की। इसके बाद दोनों प्रमुख हस्तियां हाईकोर्ट परिसर में पहुंचे, जहां उन्होंने उद्घाटन कार्यक्रम में भाग लिया।

कैसी है यह अत्याधुनिक बिल्डिंग? जानिए इसकी खासियतें

यह 14 मंजिला टॉवर राज्य की न्याय प्रणाली में आधुनिकता का प्रतीक है। अधिवक्ताओं के लिए बनाए गए इन नए चेम्बर्स में उच्च स्तर की कार्य सुविधाएं मौजूद हैं। साथ ही, मल्टीलेवल पार्किंग के निर्माण से हाईकोर्ट परिसर में वर्षों पुरानी पार्किंग समस्या का स्थायी समाधान मिल गया है।

इस भवन में आधुनिक लिफ्ट, अग्निशमन सिस्टम, सीसीटीवी निगरानी, ऊर्जा दक्षता वाली लाइटिंग और वेंटिलेशन जैसी सुविधाएं शामिल हैं। इससे न केवल अधिवक्ताओं की कार्यक्षमता बढ़ेगी, बल्कि न्यायिक कार्य भी सुगमता से संचालित हो सकेगा।

क्यों है यह बिल्डिंग खास? जानिए इस लोकार्पण का बड़ा महत्व

यह नई व्यवस्था सिर्फ एक इमारत नहीं, बल्कि प्रदेश की न्याय प्रणाली को सुचारू, सुरक्षित और सुसंगठित करने की दिशा में बड़ा कदम है। हाईकोर्ट में आने वाले हजारों वकीलों और वादकारियों को इससे सुविधा मिलेगी। साथ ही, न्यायपालिका और अधिवक्ताओं के बीच बेहतर तालमेल भी स्थापित होगा।

इलाहाबाद हाईकोर्ट भारत की सबसे बड़ी और सबसे व्यस्त अदालतों में से एक है। यहां लाखों मामलों की सुनवाई होती है। ऐसे में अधिवक्ताओं को कार्य के लिए आधुनिक चेम्बर और पार्किंग जैसी मूलभूत सुविधाएं मिलना जरूरी था। यह बिल्डिंग उस दिशा में एक ऐतिहासिक और दूरदर्शी पहल है।

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