सार
Udaipur News : उदयपुर के सज्जनगढ़ अभयारण्य में भीषण आग से 7 हेक्टेयर क्षेत्र जलकर खाक। आग की चपेट में आने से कई जंगली जानवरों और पक्षियों का जीवन खतरे में। प्रशासन ने आसपास के घर खाली कराए।
उदयपुर, राजस्थान: उदयपुर के प्रसिद्ध सज्जनगढ़ वन्यजीव अभयारण्य Udaipur Sajjangarh Century) में पिछले तीन दिनों से लगी आग ने गुरुवार सुबह विकराल रूप धारण (fire breaks out) कर लिया। तेज हवाओं के चलते आग तेजी से फैली और लगभग 7 हेक्टेयर क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया। आग की गंभीरता को देखते हुए उदयपुर से दमकल की 10 से अधिक गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाने की कोशिशें शुरू की गईं।
सज्जनगढ़ अभयारण्य से कई मकान खाली करवाए गए
अभयारण्य से सटे आबादी क्षेत्र में आग फैलने की आशंका के चलते प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए 6 घरों को खाली करा दिया। इन घरों से गैस सिलेंडरों को भी सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। आग की सूचना मिलते ही स्थानीय लोगों की भारी भीड़ भी घटनास्थल पर जमा हो गई, जिससे बचाव कार्य में थोड़ी मुश्किल हुई।
आग में जलकर खाक पूरा इलाका…काबू पाना मुश्किल
बचाव कार्य में जुटे कर्मी आग बुझाने के लिए पुलिस, वन विभाग और दमकल विभाग के कर्मचारी संयुक्त रूप से प्रयास कर रहे हैं। दमकल की गाड़ियां लगातार फेरे लगाकर पानी का छिड़काव कर रही हैं, लेकिन तेज हवाओं के कारण आग पर पूरी तरह से काबू पाना मुश्किल हो रहा है। वन विभाग के अधिकारी आग के कारणों का पता लगाने में जुटे हैं, हालांकि अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है।
सज्जनगढ़ अभयारण्य के जानवरों की जान खतरे में….
वन्यजीवों पर खतरा अभयारण्य में लगी इस भीषण आग से वन्यजीवों के जीवन पर भी खतरा मंडरा रहा है। आग के कारण कई छोटे जीव-जंतु और पक्षी प्रभावित हुए हैं। वन विभाग की टीमें आग बुझाने के साथ-साथ वन्यजीवों की सुरक्षा का भी ध्यान रख रही हैं। स्थानीय लोगों में चिंता आसपास के इलाकों में रहने वाले लोग आग की घटना से चिंतित हैं। उन्हें डर है कि अगर आग पर जल्द काबू नहीं पाया गया तो यह उनके घरों तक भी पहुंच सकती है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सूचना देने की अपील की है।
उदयपुर वन विभाग के अधिकारी मौके पर
प्रशासन ने आग पर नियंत्रण पाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। दमकल विभाग की टीमें लगातार प्रयास कर रही हैं और उम्मीद है कि जल्द ही आग पर काबू पा लिया जाएगा। वन विभाग के अधिकारी आग लगने के कारणों की जांच कर रहे हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए योजना बना रहे हैं।