सार
Chittaurgarh News : होलिका दहन के दिन आज राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में एक 7 साल का बच्चा खुले बोरवेल में गिर गया। लेकिन ऐसा चमत्कार हुआ कि बच्चा कुछ ही देर में सुरक्षित बाहर निकाल आया। परिवार और गांव में खुशी का माहौल है।
चित्तौड़गढ़. राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले (Chittaurgarh district) के मेवदा गांव में होलिका दहन (Holika Dahan) से कुछ घंटे पहले एक 7 साल का बच्चा खुले बोरवेल में गिर गया। यह घटना बैरवा बस्ती में दोपहर करीब 1 बजे हुई, जब खेलते-खेलते बच्चा अचानक गहरे बोरवेल में समा गया। स्थानीय लोगों को जब इस हादसे की जानकारी मिली तो मौके पर भारी भीड़ इकट्ठा हो गई और तुरंत प्रशासन को सूचित किया गया। गनीमत रही सभी के प्रयास से बच्चे की जान बच गई।
इस वजह से मासूम और नीचे नहीं गिरा
रेस्क्यू ऑपरेशन हुआ सफल सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम जेसीबी मशीन और आवश्यक उपकरणों के साथ मौके पर पहुंची। राहत कार्य शुरू किया गया और बच्चे की स्थिति का आकलन किया गया। जांच में पाया गया कि बच्चा 7 फीट की गहराई पर फंसा हुआ था और उसने अपने हाथ-पैर फैला रखे थे, जिससे वह और नीचे नहीं गिरा।
सतर्कता और सावधानी से बच्चे को रेस्क्यू टीम ने निकाला बाहर
- रेस्क्यू टीम ने पहले बोरवेल के समानांतर खुदाई करने का निर्णय लिया। इस प्रक्रिया में लगभग दो घंटे लगे, जिसके बाद टीम बच्चे तक पहुंचने में सफल रही। सतर्कता और सावधानी के साथ, बचावकर्मियों ने बच्चे के हाथों को पकड़कर उसे सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
- अस्पताल में हुआ स्वास्थ्य परीक्षण बच्चे को तुरंत पास के कपासन अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया। डॉक्टरों ने बताया कि बच्चा पूरी तरह सुरक्षित है और उसकी हालत स्थिर है। परिवार और स्थानीय निवासियों ने राहत की सांस ली और प्रशासन के त्वरित रेस्क्यू ऑपरेशन की सराहना की।
राजस्थान में आए दिन होते हैं ऐसे हादसा
- खुले बोरवेलों पर प्रशासन को सख्त कदम उठाने की जरूरत चित्तौड़गढ़ जिले या राजस्थान का यह पहला मामला है जब कोई बच्चा खुले बोरवेल में गिरा है। हालांकि, सरकार द्वारा खुले बोरवेल को बंद करने के आदेश दिए गए हैं, लेकिन कई स्थानों पर अब भी यह समस्या बनी हुई है।
- यह घटना प्रशासन के लिए एक चेतावनी है कि वे इस मुद्दे को गंभीरता से लें और खुले बोरवेलों को तुरंत बंद करवाएं। स्थानीय लोगों का भी यह कर्तव्य है कि वे ऐसे खतरनाक स्थानों की सूचना प्रशासन को दें, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।