डेरों की सियासत और सियासत में डेरों पर रिसर्च करने वाले पूर्व पत्रकार राजकुमार भारद्वाज ने बताया कि राज्य में सभी वर्गों के 12,000 से अधिक डेरे हैं। इसके अलावा, सिख धर्म से जुड़े 9000 डेरे हैं। इनमें से 300 डेरे खासे मजबूत हैं।
चंडीगढ़ में एक चोरी का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां पिता ने अपने घर में रेनोवेशन के लिए 17 लाख रुपए रखे हुए थे। लेकिन मौका मिलते ही उसके नाबालिग बेटे ने इनको चुरा लिया। इतना ही हीं महंगे खपड़े और आईफोन खरीद फ्लाइट से घूमने निकल गया।
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने चुनाव आयोग से अपील की है कि पंजाब में चुनाव 6 दिन आगे बढ़ा दिया जाए। इसके लिए उन्होंने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है।
पंजाब में विधानसभा चुनाव आ गए हैं। कांग्रेस ने मोगा से एक्टर सोनू सूद की बहन मालविका सूद को उम्मीदवार बनाया है। यहां से सिटिंग विधायक हरजोत सिंह को दरकिनार कर कांग्रेस ने मालिवका सूद पर दांव खेला है। हालांकि, इसकी चर्चा कई दिनों से चल रही थी कि इस बार कांग्रेस यहां से मालविका को ही टिकट देगी। शनिवार को टिकट कटता देख विधायक हरजोत ने बागी तेवर भी अपनाए। लेकिन उनकी कोई कोशिश काम नहीं आई। क्योंकि मालविका के साथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू खड़े थे। जो उन्हें लेकर ही इसलिए आए थे कि उन्हें चुनाव हर हालत में लड़वाना है। यही वजह रही कि हरजोत के तमाम दबाव के बावजूद भी मालविका को टिकट दिया गया। आइए जानते हैं मलाविका सूद के बार में क्या कहते हैं राजनीति के जानकार...
आखिर वही हुआ.. जिसका अंदेशा था। पंजाब विधानसभा चुनाव में इस बार कांग्रेस ने मोगा से अपने विधायक डॉ. हरजोत सिंह कमल का टिकट काट दिया और एक्टर सोनू सूद की बहन मालविका सूद को उम्मीदवार बनाया है।
पंजाब में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 86 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। इसमें दिग्गज नेताओं के टिकट काट दिए गए। कांग्रेस ने सिंगर सिद्धू मूसेवाला को मानसा से टिकट दिया है। इसकी अटकलें कई दिनों से लगाई जा रही थीं।
पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने शनिवार को 86 सीटों पर उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। गृह मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा को डेरा बाबा नानक से टिकट दिया, जबकि पंजाब के उपमुख्यमंत्री ओम प्रकाश सोनी को अमृतसर सेंट्रल से उतारा गया है।
जोगिंदर सिंह मान पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। कपूरथला जिले की फगवाड़ा विधानसभा सीट से 3 बार विधायक भी रहे हैं। जोगिंदर सिंह मान पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री बूटा सिंह के भांजे हैं। मान कांग्रेस से 50 साल से जुड़े थे।
अकाली दल में सुखबीर बादल को लेकर कहीं ना कहीं असंतोष के सुर भी बुलंद होते रहते हैं। लेकिन क्योंकि प्रकाश सिंह बादल का इतना मान-सम्मान है कि पार्टी के सीनियर नेता भी उनकी बात काटने की हिम्मत नहीं जुटा पाते। ऐसे में सवाल उठता है कि फिर क्यों पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल के चुनाव लड़ने पर संशय है?
सीएम चन्नी किसी तरह से सीएम के उम्मीदवार बनना चाहते हैं। नवजोत सिंह सिद्धू की कोशिश है कि उनके नाम पर चुनाव लड़ा जाए। बाकी के नेताओं का भी यही हाल है।