पंजाब में 117 सीटों के लिए हो रहे विधानसभा चुनाव के लिए रविवार को मतदान होगा। वोटिंग के चंद घंटे पहले चुनाव आयोग ने दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कार्रवाई किया है।
उन्होंने ये भी कहा कि अगर हमें वोट नहीं करना है तो नहीं करना। कांग्रेस को कर देना, लेकिन देश से गद्दारी करने वालों को वोट नहीं देना है। वीडियो में वे पूछते देखे जा रहे हैं कि क्या देश से गद्दारी करने वालों को वोट डाल दोगे क्या? हालांकि, अब शर्मा ने सफाई दी है।
डेरा समर्थकों का भाजपा के प्रति नरम रुख है। दिक्कत यह है कि भाजपा कुछ सीटों पर ही मजबूत है। इसलिए डेरा की राजनीतिक विंग सोच रही है कि क्यों ना समर्थन देने में इस बार उम्मीदवारों का ध्यान रखा जाए। इस कम में कुछ सीट पर डेरा आम आदमी पार्टी को भी समर्थन दे सकता है।
दिव्यांग मतदाताओं के लिए अलग से मतदान केंद्र बनाए गए हैं। 196 गुलाबी मतदान केंद्र भी स्थापित किए गए हैं। यानी यहां सारी निर्वाचन प्रक्रिया को महिला कर्मचारी ही संपन्न कराएंगी। इसके अलावा, 2013 संवेदनशील मतदान केंद्र हैं।
पंजाब की 117 विधानसभा सीटों पर 1304 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनके लिए राज्य के 2,12,75,066 वोटर्स मतदान करेंगे। इनमें 1,00,86,514 महिला मतदाता हैं। 24740 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इसमें से 1051 केंद्र संवेदनशील केंद्र घोषित किए गए हैं।
मतदान कल होगा। चुनाव आयोग की ओर इसकी तैयारी पूरी कर ली गई हैं। 24740 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इसमें से 1051 केंद्र संवेदनशील केंद्र घोषित किए गए हैं। इस बार 315 ऐसे उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में हैं, जिनके खिलाफ अलग-अलग धाराओं में केस दर्ज हैं।
आशु बांगड़ को कांग्रेस का टिकट दिए जाने पर सिटिंग विधायक सतकार कौर गैरी पार्टी से नाराज चल रही थीं। चुनाव प्रचार के दौरान भी आशु बांगड़ का कई जगह विरोध हुआ। इसके पीछे बताया यह गया कि सतपाल कौर के इशारे पर आशु बांगड़ का विरोध हो रहा है।
एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी का कहना था कि इससे बड़ी शर्मनाक बात और क्या हो सकती है कि एक बेबस और अकेली लड़की को सामूहिक रूप से प्रताड़ित किया गया। उन्होंने सरकार से मांग की कि दोषियों को किसी भी हाल में माफ नहीं किया जाना चाहिए।
मुस्तफा ने बयान दिया था कि "जहां उसका कार्यक्रम हो, इसके आसपास हिंदुओं को कार्यक्रम की इजाजत दी तो वह ऐसे हालात बना देंगे कि संभालना मुश्किल हो जाएगा।’ वीडियो इंटरनेट पर वायरल होने के बाद मुख्य चुनाव आयोग और पुलिस प्रशासन से मुस्तफा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने को कहा था।
नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर कहा जा रहा है कि विवाद हैं कि उनका पीछा छोड़ ही नहीं रहे हैं। चुनाव प्रचार के दौरान वह लगातार विवादों रहे। अब चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद भी विवादों में घिर गए हैं। पिछले साल दिसंबर में सिद्धू ने सुल्तानपुर लोधी में नवतेज सिंह चीमा के समर्थन में एक रैली को संबोधित किया था।