निर्धारित लोगों के यहां से जनसंपर्क के बाद मुख्यमंत्री दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विवि के संवाद भवन पहुंचेंगे। प्रबुद्ध गोष्ठी को संबोधित करेंगे। गोष्ठी में विस्तार से सीएए की जानकारी देंगे।
अमृतसर में 31 दिसंबर की आधी रात रेस्टोरेंट में मारपीट का शिकार शख्स ने तीसरे दिन दुनिया को अलविदा कह दिया। खाना मांगने के विवाद में बाउंसरों ने उसे पीट-पीटकर अधमरा कर दिया था।
इसके बाद रात लगभग एक बजे उसने अपनी एके-47 रायफल से अपने सीने में गोली चला दी। इस घटना में आशोराम की मौके पर ही मौत हो गई।
समय-समय बिहारी युवा अपनी प्रतिभा का डंका पूरे विश्व में बजाते रहे हैं। ताजा उदाहरण है पटना के सुमंत, जिन्होंने अमेरिका की प्रतिष्ठित पत्रिका फोर्ब्स की ऑनलाइन प्रतियोगिता में दुनिया भर के आईटी प्रोफेशन को पीछे छोड़ कर नंबर वन स्थान हासिल किया है।
यूपी के झांसी में शनिवार को दीवार गिरने से बड़ा हादसा हो गया। मलबे में 15 मजदूर दब गए, जिनमें 5 मजदूरों की मौत की खबर है। वहीं, कई मजदूर गंभीर रूप से घायल हैं। मौके पर राहत बचाव कार्य चल रहा है। बताया जा रहा है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
बिहार के सरकारी स्कूलों में बच्चों की बेहतर पढ़ाई के लिए स्मार्ट क्लास की व्यवस्था की गई है। स्मार्ट क्लास में टीवी भी लगाया गया है। पढ़ाई के लिए इस टीवी पर अश्लील भोजपुरी गाना बजाते हुए स्कूली छात्र-छात्राओं के डांस का एक वीडियो वायरल हो रहा है।
इंदौर (मध्य प्रदेश). हम जिस अरबपति बेटी की बात कर रहे हैं वो और कोई नहीं, पाथ इंडिया के मालिक पुनीत अग्रवाल की बेटी पलक अग्रवाल हैं। जो 31 दिसंबर के दिन न्यू ईयर सेलिब्रेशन के दौरान अपने पिता और पति पलकेश के साथ मौत हो गई। पलक को वो सब मिला जो उसने अपनी जिंदगी में चाहा। अपनी कॉलेज की पढ़ाई के लिए लंदन गई थीं। पिता ने कभी इस लाडली बेटी कोई बात नहीं टाली। जब पलक ने अपने बचपन के दोस्त पलकेश से शादी करने की बात पिता से कही तो वह इसके लिए भी तैयार हो गए। आखिर कार दोनों प्यार करने वालों की दो साल पहले यानी साल 2017 में शादी हो गई। लेकिन यह खुशियां उनकी जिंदगी में ज्यादा नहीं चल पाईं और हंसते-हंसते इस दुनिया को अलविदा कह गईं।
CAA हिंसा में मारे गए शख्स के परिवार से मिलीं प्रियंका गांधी
लोगों के निजी पते पर यह पत्र डाक से प्रेषित किया जा रहा है। इसमें भारतीय संविधान की सार संक्षिप्त प्रति भी शामिल की गई है।
छेड़छाड़ के आरोप से बचने एक आरोपी ने कोर्ट में खुद को लैंगिग डायसफोरिया (Dysphoria) का शिकार बताया, लेकिन जज ने उसकी एक बात नहीं सुनी।