नागपुर में हर्षल सर्प मित्र ने अधमरे कुकरी सांप को मुंह से CPR देकर और पानी पिलाकर उसकी जान बचाई। क्या आपने कभी देखा इंसान द्वारा सांप को जीवन देने का ऐसा अद्भुत मामला?

Nagpur Snake CPR: नागपुर में एक अद्भुत और हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। क्या आपने कभी सुना है कि किसी इंसान ने सांप को CPR देकर उसकी जान बचाई हो? हिंगना इलाके में हर्षल शेंडे नाम के सर्प मित्र ने अधमरे कुकरी सांप को पानी पिलाकर और मुंह से कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (CPR) देकर होश में लाया। यह घटना आसपास के लोगों के लिए विश्वास से परे और चर्चा का विषय बन गई।

क्या सच में इंसान सांप की जान बचा सकता है?

हर्षल ने बताया कि जब उन्हें सूचना मिली कि एक कुकरी सांप ड्रम के नीचे फंसा हुआ है, तो उन्होंने तुरंत वहां पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। सांप पूरी तरह से बेहोश था और हलचल नहीं कर रहा था। हर्षल को तुरंत अंदेशा हुआ कि अगर समय पर मदद नहीं मिली, तो सांप की जान जा सकती है।

कैसे दिया गया मुंह से CPR?

सांप को बचाने के लिए हर्षल ने पानी पिलाया, जिससे वह थोड़ी देर में होश में आया। इसके बाद उन्होंने पाइप की मदद से CPR देना शुरू किया। पाइप का एक सिरा सांप के मुंह में डाला गया और रुई से कवर किया ताकि ऑक्सिजन सही तरीके से जाए। दूसरा सिरा हर्षल के मुंह में डालकर उन्होंने सांप के हार्ट को पंप करना शुरू किया। आसपास खड़े लोग यह देखकर दंग रह गए।

क्या CPR न मिलती तो सांप मर जाता?

हर्षल ने बताया कि सांप की स्थिति बहुत गंभीर थी। अगर उसे समय पर CPR नहीं दिया जाता, तो सांप की जान जा सकती थी। पानी पिलाने और CPR देने के बाद, सांप पूरी तरह से होश में आया और कुछ ही मिनटों में सक्रिय हो गया। अंततः हर्षल ने सांप को सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया।

क्या यह साहस दिखाता है इंसानी जज्बा?

हर्षल की इस साहसिक कोशिश ने यह साबित कर दिया कि इंसान अपने साहस और ज्ञान से किसी भी प्राणी की जान बचा सकता है। कुकरी सांप जहरीला नहीं था, लेकिन CPR देने का तरीका और तुरंत कार्यवाही करना ही उसकी जान बचाने का मुख्य कारण था।