Sharad Pawar Supriya Sule Ajit Pawar News: एनसीपी की 26वीं वर्षगांठ से पहले Pawar परिवार में सुलह की अटकलें तेज। पुणे में दोनों गुटों के कार्यक्रमों से पहले अमोल मिटकरी और शरद पवार के बयानों ने बढ़ाई हलचल। BJP, MNS, UBT गठबंधन समीकरणों पर भी नजर।

Ajit Pawar Supriya Sule Reunion: महाराष्ट्र की राजनीति में Pawar परिवार की दोबारा एकता की संभावनाएं चर्चा में हैं। ठाकरे परिवार की संभावित सुलह के बीच अब नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) के दोनों गुटों-शरद पवार (NCP-SP) और अजित पवार (NCP) के फिर से एक होने की अटकलें ज़ोर पकड़ रही हैं। इस चर्चा को हवा दी NCP (अजित पवार गुट) के एमएलसी अमोल मिटकरी ने। उन्होंने कहा: अगर पांडुरंग की इच्छा हो तो आशाढ़ी एकादशी (6 जुलाई) से पहले दोनों भाई-बहन एक हो सकते हैं।

शरद पवार ने भी खुले तौर पर दिया संकेत

ये पहला मौका नहीं है जब इस तरह की चर्चा हुई है। खुद शरद पवार (Sharad Pawar) ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा था: पार्टी में दो मत हैं, एक जो कहता है कि हमें अजित के साथ आना चाहिए और दूसरा जो भाजपा के साथ किसी भी प्रकार के गठबंधन के खिलाफ है। उन्होंने यह भी कहा कि अंतिम फैसला सुप्रिया सुले (Supriya Sule) लेंगी।

सुप्रिया सुले ने पार्टी की विरासत को किया याद

हाल ही में मीडिया से बात करते हुए सांसद सुप्रिया सुले ने कहा: NCP की स्थापना शरद पवार जी ने की थी। इसमें कई लोगों का योगदान रहा है, यहां तक कि वे लोग भी जिन्होंने आज दूसरी राह पकड़ी है।

अजित पवार गुट की शर्त-पहले प्रस्ताव आए

उधर, अजित पवार (Ajit Pawar) के नेतृत्व वाले गुट ने कहा है कि अगर सुलह का कोई प्रस्ताव आधिकारिक रूप से आता है, तभी विचार करेंगे।

पुणे में होगा शक्ति प्रदर्शन लेकिन दो मंचों पर

दोनों गुट 10 जून को NCP की 26वीं वर्षगांठ (NCP Foundation Day) पर पुणे में कार्यक्रम कर रहे हैं। सुबह शरद पवार अपने गुट के कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे, वहीं शाम को अजित पवार गुट का कार्यक्रम तय है।

सियासी समीकरण –Thackeray-MNS चर्चा और BJP की चालें

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि MNS और ठाकरे गुट (UBT) के संभावित गठबंधन की खबरें भी BJP की रणनीति का हिस्सा हैं जिससे महाविकास आघाड़ी (MVA) को कमजोर किया जा सके। यदि उद्धव और राज ठाकरे साथ आते हैं तो यह शिंदे गुट के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है। वहीं अगर Pawar परिवार में एकता होती है तो यह BJP के लिए खतरे की घंटी हो सकती है, खासकर आगामी नगर निकाय चुनावों में।

क्यों अहम है Pawar परिवार की एकता?

  • अजित पवार अभी BJP-शिवसेना गठबंधन में डिप्टी सीएम हैं।
  • शरद पवार विपक्ष की राजनीति के प्रमुख चेहरा हैं।
  • सुप्रिया सुले संसद में विपक्षी गठबंधन INDIA की मुखर नेता हैं।
  • NCP (SP) के 8 सांसद भाजपा के लिए राजनीतिक ‘लेवर’ बन सकते हैं।

NCP में बंटवारा कब और क्यों हुआ था?

जुलाई 2023 में अजित पवार ने पार्टी के अधिकांश विधायकों के साथ बगावत की और BJP-शिवसेना सरकार में डिप्टी सीएम बने। इसके बाद पार्टी दो हिस्सों में बंट गई-एक गुट सत्ता में चला गया, दूसरा विपक्ष में रहा।