MP News: शिवराज सिंह चौहान का काफिला तेजी से निकला और पीछे छूट गईं पत्नी साधना सिंह! 10 मिनट बाद जब मंत्री को एहसास हुआ, तब लौटकर उन्हें रिसर्च सेंटर से लाया गया। क्या वाकई भूल थी या कुछ और? जानिए इस दिलचस्प वाकये की पूरी कहानी।
भोपाल/गुजरात। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का गुजरात दौरा उस वक्त सुर्खियों में आ गया, जब उनके काफिले से जुड़ी एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई। शनिवार को जब वे जूनागढ़ से राजकोट की ओर रवाना हुए, तो जल्दबाज़ी में उनकी पत्नी साधना सिंह पीछे रह गईं। काफिला तेज़ी से आगे बढ़ गया और मंत्रीजी कई किलोमीटर दूर निकल गए। लेकिन कुछ ही देर बाद उन्हें ध्यान आया कि उनकी धर्मपत्नी साथ नहीं हैं। तुरंत पूरे काफिले को यू-टर्न लेना पड़ा और वे वापस मूंगफली अनुसंधान केंद्र पहुँचे, जहाँ साधना सिंह प्रतीक्षालय में बैठी थीं।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से क्या वाकई में हुई थी चूक?
ऑफिस की सफाई ने बढ़ाया सस्पेंस इस मामले पर शिवराज सिंह चौहान के कार्यालय ने सफाई दी है। बयान में कहा गया कि गेस्ट हाउस और कार्यक्रम स्थल एक ही परिसर में थे। सुरक्षा कारणों से गाड़ियाँ एक अलग दिशा में खड़ी की गई थीं, जिसे मोड़ने और लाने में करीब 10 मिनट लगे। हालांकि, इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं—क्या ये वाकई एक सामान्य भूल थी? या सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी लापरवाही? सोशल मीडिया पर इस वाकये को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं।
मूंगफली खेत, गिर के शेर और किसानों से संवाद-कहां व्यस्त थे केंद्रीय कृषि मंत्री
इस दिलचस्प घटना के इतर, शिवराज सिंह चौहान का दौरा काफी व्यस्त और उद्देश्यपूर्ण रहा। उन्होंने मूंगफली अनुसंधान केंद्र में किसानों और ‘लखपति दीदी’ योजना से जुड़ी महिलाओं से मुलाकात की। गुजरात की मशहूर मूंगफली किस्म ‘गिरनार-4’ पर विस्तार से जानकारी ली और किसानों से आधुनिक खेती के उपकरणों के बारे में चर्चा की।
गिर के जंगल में पहुंचकर क्यों खुश हो गए शिवराज सिंह चौहान?
दौरे के दौरान शिवराज सिंह गिर नेशनल पार्क भी पहुंचे, जहाँ उन्होंने शेरों की प्राकृतिक अवस्था में झलक देखी। उन्होंने कहा कि यह जंगल सिर्फ वन्यजीवों का घर नहीं, बल्कि प्रकृति और संस्कृति से जुड़ाव का प्रतीक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से यहाँ की व्यवस्थाएं बेहतर हुई हैं।