सार
शिवपुरी में बीजेपी पार्षद सुमन बाथम और महिला रानी नामदेव अचानक आग में झुलस गईं। झगड़े के बाद दोनों जलती हुई बाहर आईं, मगर आग कैसे लगी – अब तक राज़! क्या 15 साल पुरानी दोस्ती मौत की वजह बनी? जांच में कई पेच और परतें खुलने बाकी हैं।
Shivpuri fire case: मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में मंगलवार रात एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां BJP की महिला पार्षद सुमन बाथम और एक महिला रानी नामदेव आग की चपेट में आ गईं। पार्षद 20% तक झुलसी हैं जबकि रानी करीब 95% जल गईं और उनकी हालत बेहद नाजुक है।
कैसे लगी आग? सीसीटीवी में कैद हुई महिला, पर सच अभी भी पर्दे में
CCTV फुटेज में दिखा कि रानी नामदेव पार्षद के घर पहुंचीं और फिर दोनों महिला अंदर गईं। थोड़ी देर बाद दोनों जलती हुई बाहर निकलीं। डेढ़ मिनट तक रानी आग की लपटों में घिरी रही, मगर अभी यह स्पष्ट नहीं है कि आग खुद से लगी या जानबूझकर लगाई गई।
पेट्रोल से फैली आग? पुलिस जांच में जुटी
परिजनों ने बताया कि पेट्रोल से आग फैलने की आशंका है। हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं है कि पेट्रोल कहां से आया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और सभी एंगल्स से जांच कर रही है।
पार्षद के पति से 15 साल पुरानी 'दोस्ती', अब शक के घेरे में
सूत्रों के अनुसार, रानी और पार्षद पति राजू बाथम के बीच 15 साल पुरानी दोस्ती रही है। राजू ने रानी को ऑटो दिलाने और बेटी की शादी में मदद की थी। मंगलवार शाम दोनों के बीच विवाद हुआ था, जिसके बाद बुधवार सुबह रानी पार्षद के घर पहुंची थी।
गंभीर हालत में महिला ग्वालियर रेफर, पार्षद खतरे से बाहर
दोनों को पहले मेडिकल कॉलेज, शिवपुरी लाया गया, जहां से रानी को गंभीर हालत में ग्वालियर रेफर किया गया। सुमन बाथम खतरे से बाहर बताई जा रही हैं। रानी के बयान के बाद ही घटना की असली सच्चाई सामने आ सकती है।
जांच के बाद खुलेगा राज, अब भी कई सवाल अनसुलझे
फिजिकल थाना पुलिस ने कहा कि जांच के बाद ही असली वजह साफ होगी। आग हादसा थी या कोई पूर्व नियोजित साजिश, ये जानना अभी बाकी है। क्या रानी ने आत्मदाह की कोशिश की? या किसी ने उन्हें जलाया?