गंगोत्री से सिर पर कलश लेकर बागेश्वर धाम के लिए पैदल यात्रा पर निकलीं शिवरंजनी तिवारी मध्य प्रदेश में एंट्री कर चुकी हैं। लेकिन छतरपुर पहुंचने के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल ले जाया गया है।
बागेश्वर धाम सरकार के पंडित धीरेद्र कृष्ण शास्त्री से शादी का संकल्प लेकर गंगोत्री से कलश लेकर पदयात्रा पर निकली मेडिकल स्टूडेंट शिवरंजनी तिवारी ने छतरपुर में डेरा जमा लिया है। हालांकि यहां पहुंचते ही उनकी तबीयत बिगड़ गई।
मध्य प्रदेश के गुना में लुटेरी दुल्हन का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। दुल्हन ने ‘कथित’ भाइयों के जरिये दूल्हे की फैमिली को फंसाया था। दुल्हन सुहागरात के दिन से ही पति को ठगने की प्लानिंग में लग गई थी।
इंदौर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में युवक के द्वारा मां की जमकर पिटाई की जा रही है। वीडियो चंदन नगर थाना अंतर्गत क्षेत्र के बताया जा रहा है।
क्या बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री मेडिकल स्टूडेंट शिवरंजनी से सचमुच शादी करने वाले हैं। क्योंकि वह एक दिन बाद बागेश्वर पहुंचने वाली हैं। अगर धीरेंद्र शास्त्री ने इंकार कर दिया तो शिवरंजनी का अगला कदम क्या होगा। यह सबसे बड़ा सवाल है।
बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को प्राणनाथ बताने वाली शिवरंजनी तिवारी (Shivranjani Tiwari) का शायराना अंदाज वाली वीडियो सोशल मीडिया पर खूब चर्चाओं में है। उन्होंने कहा है कि उन्हें बालाजी महाराज पर पूरा भरोसा है।
चर्चित युवा कथावाचक बागेश्वर धाम सरकार यानी पंडित धीरेंद्र शास्त्री हमेशा मीडिया के सुर्खियों में रहते हैं। कभी पॉलिटिकल कंट्रोवर्सी, कभी मैरिज की अफवाहें, तो कभी चमत्कारिक चीजों से। आइए देखते हैं उनके 10 मस्तमौला फोटोज।
मध्य प्रदेश के शाजापुर में मंगलवार(13 जून) की देर रात करीब 11 बजे बस और कार के बीच हुए भीषण एक्सीडेंट में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन लोग घायल हैं। बताया जाता है कि बस इंदौर से सारंगपुर जा रही थी।
Bageshwar Dham Dhirendra Shastri Marriage: धीरेंद्र शास्त्री के साथ शादी करने का संकल्प लेने वाली शिवरंजनी तिवारी उत्तर प्रदेश के महोबा पहुंच चुकी हैं। 16 जून को वो बागेश्वर पहुंचेंगी। वह गंगोत्री से सिर पर कलश लेकर पैदल यात्रा कर रही हैं।
satpura bhawan fire broke out: सतपुड़ा भवन में आग इतनी भीषण थी कि सोमवार शाम 4 बजे लगी आग और मंगलवार सुबह 8 बजे तक बुझ सकी।आग तीसरी मंजिल से शुरू और तेज लपटें फैलते हुए छठी मंजिल तक जा पहुंची। 12 हजार फाइलें जलकर खाक हो चुकी हैं।