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MP के 3000 पाकिस्तानी नहीं जाएंगे वापस, सांसद का चौंकाने वाला दावा, जानें क्यों?
MP से उठी नई सियासी गूंज! पाक से आए पाकिस्तानी शरणार्थियों को लेकर सांसद लालवानी ने सिंधी में जो कहा, वो सिर्फ़ एक आश्वासन नहीं... कहीं ये किसी बड़े फ़ैसले का संकेत तो नहीं? जानिए पूरा सच, जो देश की राजनीति को बदल सकता है।
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सांसद लालवानी वीडियो वायरल, कहा- सबको मिलेगी नागरिकता
इंदौर से बीजेपी सांसद शंकर लालवानी ने पाकिस्तान से भारत आए सिंधी हिंदू शरणार्थियों को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने एक वीडियो संदेश जारी करते हुए भरोसा दिलाया कि ये लोग किसी भी सूरत में भारत से वापस नहीं जाएंगे। खास बात यह रही कि उन्होंने यह संदेश सिंधी भाषा में जारी किया, ताकि समुदाय तक बात सीधे और प्रभावी तरीके से पहुंचे।
सांसद लालवानी बोले- कोई सिंधी शरणार्थी नहीं जाएगा वापस
सांसद लालवानी ने कहा कि इन शरणार्थियों को केंद्र सरकार पूरी तरह से सुरक्षा और सम्मान देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि इनकी नागरिकता प्रक्रिया को आसान बनाया जा रहा है ताकि जल्द से जल्द इन्हें भारतीय नागरिकता दी जा सके।
सिंधी समुदाय को मिली राहत, भविष्य को लेकर जागी उम्मीद
लालवानी का यह बयान ऐसे समय आया है जब कई सिंधी शरणार्थी अपने भविष्य को लेकर असमंजस में थे। उनका यह भरोसा दिलाना समुदाय के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। उन्होंने बताया कि वे स्वयं लगातार इस मुद्दे को सरकार के सामने उठा रहे हैं और सरकार भी इसे गंभीरता से ले रही है।
मध्यप्रदेश में 3,000 से अधिक सिंधी परिवार
जानकारी के मुताबिक, मध्यप्रदेश में करीब 3,000 सिंधी परिवार पाकिस्तान से लंबे या शॉर्ट टर्म वीजा पर आकर वर्षों से बसे हुए हैं। इनमें से अधिकांश भोपाल और इंदौर में रहते हैं और पिछले 7 से 25 साल से नागरिकता के लिए आवेदन कर रहे हैं। पूज्य सिंधी पंचायत के अनुसार केंद्र सरकार ने भोपाल और इंदौर के कलेक्टरों को नागरिकता देने के लिए अधिकार सौंपे हैं।
डर के माहौल से भागकर भारत आए, अब मिल रहा सुकून
इंदौर में रह रहे शरणार्थियों ने बताया कि पाकिस्तान में वे लगातार लूटपाट, धमकी और हिंसा के साए में जी रहे थे। भारत आकर उन्हें शांति, सुरक्षा और अपनापन महसूस हो रहा है। हिंदी भाषा में कुछ कठिनाई जरूर होती है, लेकिन वे उर्दू में हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं। इससे उन्हें मानसिक शांति और ऊर्जा मिलती है।
CAA लागू होने के बाद बना विशेष नागरिकता डेस्क
भारत सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के लागू होने के बाद इंदौर में विशेष "नागरिकता डेस्क" स्थापित की गई है, जहां शरणार्थियों से उनकी इच्छा पूछी जाती है कि क्या वे भारत में ही रहना चाहते हैं। यदि वे भारत के संविधान को मानने की शपथ लेते हैं तो उन्हें भारतीय नागरिकता दी जा रही है।
सांसद ने सिंधी भाषा में दिया संदेश, मचा हलचल
शंकर लालवानी ने एक वीडियो संदेश जारी किया जो पूरी तरह सिंधी भाषा में था। इस कदम से उन्होंने सीधे समुदाय के दिल को छुआ और भरोसा दिलाया कि सरकार उनके साथ है।
अब नहीं होगा निर्वासन, मिलेगा नागरिकता का अधिकार
लंबी अवधि के वीज़ा (LTV) पर भारत आए सिंधी हिंदुओं को अब किसी हाल में पाकिस्तान वापस नहीं भेजा जाएगा। सांसद ने स्पष्ट किया कि उनकी नागरिकता की प्रक्रिया अब तेज होगी।