उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो 2025 का उद्घाटन सीएम योगी और पीएम मोदी ने किया। 80 देशों के बायर्स, 2250 एग्जीबिटर्स, ओडीओपी, स्टार्टअप्स और हस्तशिल्पियों के लिए ग्लोबल अवसर, रोजगार और निवेश बढ़ाने का मंच।
ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (UPITS 2025) के मंच पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पं. दीनदयाल उपाध्याय को याद किया और कहा कि उनका चिंतन आज भी अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति के लिए प्रासंगिक है। योगी ने जोर देकर कहा कि यूपीआईटीएस केवल एक ट्रेड शो नहीं, बल्कि अंत्योदय को राष्ट्रोदय में बदलने का अवसर है। इस बार के तीसरे संस्करण में 80 देशों के 550+ बायर्स और उत्तर प्रदेश के सभी 75 जनपदों से 2250+ एग्जीबिटर्स शामिल हुए हैं। सीएम ने कहा कि यह आयोजन नए भारत के नए यूपी और विकसित भारत के विकसित यूपी के निर्माण में कारगर साबित होगा।
आखिर क्यों है UPITS 2025 इतने महत्वपूर्ण?
- यह आयोजन स्वदेशी मॉडल, मेक इन इंडिया, और मेक फॉर द वर्ल्ड विजन का आईना है।
- ओडीओपी (One District One Product) और हस्तशिल्पियों के उत्थान को ग्लोबल प्लेटफॉर्म मिला है।
- स्टार्टअप्स और युवा उद्यमियों के लिए नई राहें खुल रही हैं।
- यह केवल निवेश का मंच नहीं, बल्कि रोजगार और कौशल विकास के लिए भी महत्वपूर्ण अवसर है।
सीएम योगी ने फिरोजाबाद के शिल्पियों द्वारा बनाई गई मां दुर्गा की प्रतिमा पीएम मोदी को भेंट की। उन्होंने 532+ विदेशी बायर्स का भी स्वागत किया और कहा कि यह आयोजन यूपी को देश और दुनिया के सामने प्रदर्शित करने का श्रेष्ठ प्लेटफॉर्म है।
चार दिन में क्यों आई मार्केट में नई जीवंतता?
सीएम योगी ने बताया कि जुलाई 2017 में वन नेशन, वन टैक्स लागू हुआ था। अब दो स्लैब जीएसटी रिफॉर्म के चलते अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है। मार्केट में तेजी से उपभोक्ता रुचि बढ़ी, जिससे गरीब, श्रमिक, व्यापारी और किसान सभी वर्गों को लाभ मिला।
ओडीओपी सेक्टर के उद्यमियों को नया जीवनदान
- युवा उद्यमियों के लिए नए अवसर
- स्थानीय उद्योग और MSME यूनिट्स में रोजगार का सृजन
- सीएम ने कहा कि एक वर्ष से कम समय में 90,000+ युवाओं ने सीएम युवा उद्यमी योजना का लाभ लिया है।
प्रधानमंत्री मोदी की योजनाओं से हुआ ग्लोबल निवेश का विस्तार
सीएम ने बताया कि पीएम मोदी ने स्टार्टअप, स्टैंडअप और इंटर्नशिप योजनाओं के माध्यम से युवाओं को जॉब क्रिएटर बनने का मार्ग दिखाया। ओडीओपी और विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत चार लाख से अधिक हस्तशिल्पियों और कारीगरों को ट्रेनिंग दी गई और लोकल से ग्लोबल मार्केट तक पहुंचाने का मौका मिला। 77 जीआई उत्पादों के साथ यूपी देश का शीर्ष कैपिटल बन चुका है, और इस वर्ष 75 नए उत्पादों के लिए आवेदन भी किए जा रहे हैं।
आईटी, सेमी कंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स में यूपी बन रहा ग्लोबल हब
उत्तर प्रदेश अब आईटी, सेमी कंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग का ग्लोबल हब बनता जा रहा है।
- देश की मोबाइल मैन्यूफैक्चरिंग का 55%
- मोबाइल कंपोनेंट्स का 50% से अधिक उत्पादन यूपी में
- देश-विदेश की अग्रणी कंपनियां निवेश कर रही हैं
- प्रदेश सरकार ने आईटी क्षेत्र को इंडस्ट्री का दर्जा प्रदान किया है।
रोजगार, उद्योग और ग्लोबल निवेश: यूपी का नया चेहरा
- 2 करोड़+ युवा रोजगार प्राप्त कर रहे हैं
- परंपरागत MSME यूनिट्स (96 लाख+) को सामाजिक सुरक्षा
- 11+ प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क स्थापित, निवेश को आमंत्रित
- रोड, एयर, रेल और वाटर कनेक्टिविटी में यूपी अग्रणी
सीएम ने कहा कि विकसित भारत के लिए इंडस्ट्री, एकेडमी और रिसर्च केंद्र को मिलकर काम करना होगा, और UPITS 2025 इसके लिए बेहतरीन मंच साबित हो रहा है।
युवा उद्यमियों, कारीगरों और स्टार्टअप्स के लिए क्या मौका है?
- स्टार्टअप्स और महिला उद्यमियों को ग्लोबल एक्सपोजर
- ओडीओपी और विश्वकर्मा योजना के माध्यम से हुनरमंद कारीगर
- 77 जीआई उत्पाद और नए 75 उत्पादों के लिए आवेदन
- रोजगार, कौशल विकास और आर्थिक सशक्तिकरण
क्या UPITS 2025 वास्तव में यूपी को विकसित भारत का ग्रोथ इंजन बना सकता है?
सीएम ने उम्मीद जताई कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन से UP बीमारू राज्य से उबरकर विकास की दिशा में अग्रसर होगा। इस आयोजन में योगी सरकार के कई मंत्री और सांसद उपस्थित रहे। UPITS 2025 सिर्फ एक ट्रेड शो नहीं, बल्कि युवा, कारीगर और स्टार्टअप्स को अवसर देने वाला, रोजगार सृजन करने वाला और निवेश आकर्षित करने वाला मंच है।
कार्यक्रम में कौन-कौन रहा मौजूद?
इस अवसर पर योगी सरकार के मंत्री राकेश सचान, नंदगोपाल गुप्ता नंदी, स्वतंत्रदेव सिंह, धर्मपाल सिंह, बेबीरानी मौर्या, एके शर्मा, डॉ. संजय निषाद, दयाशंकर सिंह, कपिलदेव अग्रवाल, असीम अरुण, ब्रजेश सिंह, सांसद महेश शर्मा, सुरेंद्र नागर आदि उपस्थित रहे।