क्या यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2025 में पीएम मोदी का जीएसटी सुधार और निवेश का नया प्लान भारत को आत्मनिर्भर बना पाएगा? जानिए कैसे मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत के विज़न से उद्योग और MSME बदल सकते हैं भविष्य।
UP Trade Show 2025: ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में आयोजित यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो-2025 ने प्रदेश के व्यापारियों और उद्योगपतियों के लिए नई उम्मीदें जगाई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस ट्रेड शो का उद्घाटन किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने मेक इन इंडिया, आत्मनिर्भर भारत और जीएसटी सुधार के महत्व को जोर-शोर से बताया।
यूपी में उद्योग और MSME के लिए क्या अवसर हैं?
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस व्यापार मेले में 2,200 से अधिक प्रदर्शक अपने उत्पाद और सेवाएं प्रदर्शित कर रहे हैं। रूस इस आयोजन का कंट्री पार्टनर है, जिससे अंतरराष्ट्रीय साझेदारी को और मजबूत किया जा रहा है। पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि अब गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा। मोबाइल, जहाज या सेमीकंडक्टर, सब कुछ भारत में बनेगा और हर उत्पाद में मेड इन इंडिया की छाप दिखनी चाहिए।
जीएसटी सुधार: व्यापारियों को कितनी राहत मिलेगी?
पीएम मोदी ने उदाहरण देते हुए बताया कि पहले 1,000 रुपये की शर्ट पर 117 रुपये टैक्स लगता था। 2017 में जीएसटी लागू होने के बाद यह घटकर 50 रुपये हुआ। अब नेक्स्ट जेन जीएसटी सुधार के बाद केवल 35 रुपये टैक्स देना होगा। इससे MSME और छोटे व्यवसाय को फायदा होगा, कर विवाद कम होंगे और रिफंड प्रक्रिया तेज होगी।
यूपी को आत्मनिर्भर बनाने की क्या तैयारी है?
प्रधानमंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश अब सेमीकंडक्टर और डिफेंस सेक्टर में भारत की आत्मनिर्भरता को मजबूत करेगा। यूपी में निवेश और मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने के लिए MSME नेटवर्क और उद्योगपतियों को पूरी मदद दी जाएगी। पीएम मोदी ने कहा कि भारत आने वाले दशकों में विकसित राष्ट्र बनेगा और इसका मंत्र है "आत्मनिर्भर भारत"।
क्या ये पहल यूपी को वैश्विक व्यापार केंद्र बनाएंगी?
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह केवल व्यापार प्रदर्शनी नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के स्वदेशी मॉडल और मेक इन इंडिया विजन का एक जीवंत उदाहरण है। यह आयोजन व्यापारियों, उद्योगों और नागरिकों को नई संभावनाओं से अवगत कराएगा।
भविष्य की दिशा और आकर्षक अवसर
यूपी में निवेश और मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए सरकार पूरी मदद के साथ खड़ी है। इस मेले के माध्यम से यूपी के उद्योग और MSME अब वैश्विक स्तर पर अपने उत्पादों को प्रदर्शित कर सकते हैं। ये बदलाव न केवल व्यापारियों के लिए लाभकारी हैं, बल्कि पूरे भारत में मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत के सपनों को साकार करने में मदद करेंगे।