ओडिशा के बालासोर में 2 जून को हुए भारत के 20 साल के इतिहास के सबसे बड़े रेल हादसे को लेकर सोशल मीडिया पर साम्प्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने वालीं पोस्ट को लेकर पुलिस ने चेतावनी दी है। ओडिशा पुलिस ऐसी पोस्ट पर कड़ी नजर रखे हुए है।
ओडिशा के बालेश्वर बालासोर में 2 जून को हुए भीषण ट्रेन हादसे को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। गुजरात के वडोडरा में 3 जून को दिव्य दरबार में बागेश्वर धाम सरकार उर्फ धीरेंद्र शास्त्री ने बालेश्वर ट्रेन हादसे पर कहा कि उन्हें अनिष्ट के संकेत मिलते रहते हैं।
दिल्ली के कृष्णा नगर इलाके में 31 मई को एक 64 वर्षीय महिला और उसकी बेटी की जघन्य हत्या का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। आकाशवाणी की रिटायर्ड आफिसर राजरानी लाल और उनकी बेटी गिन्नी करार (30) का शव उनके घर में सड़ी-गली हालत में मिला था।
ओडिशा के संबलपुर जिले में एक ऑटो सड़क किनारे खड़े ट्रक से जा भिड़ा। इस टक्कर में तीन लोगों की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए। दुर्घटना 4 जून को सासों थाना क्षेत्र के संबलपुर-राउरकेला बीजू एक्सप्रेसवे पर पधनपाली टोल प्लाजा के पास हुई।
दिल्ली के जहांगीरपुरी में झुग्गियों में आग लगने की घटना सामने आई। इस घटना में 100 से अधिक झुग्गियों के खाक होने की बात कही जा रही है। फायर ब्रिगेड की टीम ने घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
ओडिसा ट्रेन हदासे में 288 लोगों की मौत हो चुकी है और एक हजार के पार घायल बताए जा रहे हैं। रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। खुद पीएम मोदी मौके पर जयाजा लेने पहुंचे।
Odisha Trains Accident: ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम हुए भीषण ट्रेन हादसे का रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया गया है। अभी तक 280 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 900 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं।
odisha train accident; ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम हुए ट्रेन हादसे में मरने वालों की संख्या ढाई सौ पार हो चुकी है।रेल मंत्री ने अश्वनी वैष्णव ने ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मौके पर जायजा लिया है।
ओडिशा के बालासोर में तीन ट्रेनों की भयानक टक्कर को भारत के 20 साल के इतिहास में 'सबसे भीषण रेल हादसा' माना जा रहा है। इस हादसे में दबे-कुचले डिब्बों से जिंदा निकले लोग इसे ईश्वरीय चमत्कार मान रहे हैं।
ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम करीब 7 बजे हुए कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस हादसे में करीब 250 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 700 से ज्यादा यात्री गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं।