ऑनलाइन मैट्रिमोनियल फ्रॉड में बेंगलुरु की टीचर बनी शिकार। आरोपी ने खुद को पति बताया और 2.27 करोड़ रुपये ठग लिए। प्यार का खेल या मास्टर फ्रॉड? पुलिस मामले की जांच कर रही है।

Bengaluru Matrimonial Scam: बेंगलुरु में एक 59 वर्षीय स्कूल टीचर ऑनलाइन मैट्रिमोनियल साइट पर धोखेबाज का शिकार बन गई। आरोपी ने खुद को तुर्की के इस्तांबुल में ड्रिलिंग इंजीनियर बताया और धीरे-धीरे महिला से दोस्ती कर उसे अपनी पत्नी कहा। इस झांसे में महिला ने कुल 2.27 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

क्या यह सिर्फ प्यार था या बड़ी ठगी का जाल?

महिला विधवा हैं और अकेली जीवन जी रही हैं। दिसंबर 2019 में उन्होंने मैट्रिमोनियल साइट पर खुद को पंजीकृत कराया। तभी उनकी मुलाकात अटलांटा निवासी अमेरिकी नागरिक अहान कुमार से हुई। आरोपी ने खुद को इस्तांबुल का इंजीनियर बताया और महिला के भरोसे को जीतने की चाल चली। धीरे-धीरे महिला ने उसे अपना जीवनसाथी मान लिया और वह उसे अपनी पत्नी कहने लगा।

पैसे क्यों और कैसे भेजे गए?

जनवरी 2020 से आरोपी ने महिला से पैसों की मांग शुरू की। उसने कहा कि उसके पास खाने-पीने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं। महिला ने उसकी मदद करने की दया दिखाते हुए अपने बैंक खातों के जरिए पैसे ट्रांसफर किए। आरोपी ने समय-समय पर मरम्मत कार्य, जुर्माना, मेडिकल खर्च और रहने के खर्च का हवाला देकर और पैसे मांगे। मोबाइल ऐप के जरिए हुई बातचीत ने महिला का भरोसा और मजबूत किया।

कितनी हुई ठगी और पुलिस की क्या कार्रवाई?

एफआईआर में महिला ने दावा किया कि उसने कई बैंक खातों के माध्यम से आरोपी को कुल 2.27 करोड़ रुपये भेजे। बार-बार पैसे वापस मांगने के बावजूद, आरोपी ने झूठे आश्वासन देकर उन्हें वापस नहीं किए। हाल ही में उसने 3.5 लाख रुपये की अतिरिक्त मांग की, जिसके बाद महिला ने 3 अक्टूबर को पुलिस से संपर्क किया। पुलिस ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

क्या ऑनलाइन दोस्ती हमेशा भरोसेमंद होती है?

यह मामला एक बार फिर याद दिलाता है कि ऑनलाइन दोस्ती और मैट्रिमोनियल साइट्स पर मिले लोग हमेशा भरोसेमंद नहीं होते। अकेले और जीवनसाथी की तलाश में लोग ठगी के शिकार बन सकते हैं। इसलिए सचेत रहना जरूरी है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि का एहसास होने पर तत्काल पुलिस से मदद लेने में कोइ् संकोच नहीं करनी चाहिए।