बिहार के अरवल में JJD उम्मीदवार अरुण यादव भैंस पर बैठकर नामांकन करने पहुंचे। उन्होंने खुद को लालू यादव का चेला बताया। उनके इस अनोखे अंदाज ने लोगों को 90 के दशक की याद दिला दी और यह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 के नामांकन का दौर जारी है और इसी बीच अरवल जिले से एक ऐसा नजारा सामने आया जिसने सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया। तेज प्रताप यादव की पार्टी जनशक्ति जनता दल (JJD) के उम्मीदवार अरुण यादव नामांकन करने पहुंचे तो किसी लक्ज़री कार या घोड़े पर नहीं, बल्कि भैंस पर बैठकर। उनका यह देसी और अनोखा अंदाज़ सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। भीड़ उमड़ पड़ी, कैमरे चालू हो गए, और लोग बोले, “ई तऽ लालू जी वाला स्टाइल बा”

हम लालू जी के चेले हैं, इसलिए भैंस पर नामांकन करने आए हैं

जब अरुण यादव भैंस पर सवार होकर नामांकन स्थल पहुंचे, तो उनके हाथों में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की तस्वीर थी। चेहरे पर आत्मविश्वास और लहजे में देसी जोश। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “हम लालू जी को अपना आदर्श मानते हैं। उन्होंने हमेशा कहा कि नेता जनता के बीच से होना चाहिए, दिखावे में नहीं। इसलिए हम आज भैंस पर बैठकर नामांकन करने आए हैं, ताकि सबको याद रहे कि राजनीति अब फिर से जनता के दरवाज़े तक लौट रही है।” उनके इस बयान के बाद समर्थकों में जोश बढ़ गया। भीड़ में से आवाज़ आई, “तेजू भैया जिंदाबाद, लालू जी अमर रहें!”

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नामांकन स्थल पर उमड़ी भीड़, बना वायरल मोमेंट

अरवल जिला मुख्यालय में जब लोगों ने देखा कि एक उम्मीदवार भैंस पर सवार होकर आ रहा है, तो कुछ ही मिनटों में सैकड़ों लोग जमा हो गए। कई लोग मोबाइल निकालकर वीडियो बनाने लगे, जबकि कुछ हंसी-मज़ाक में बोले, “बिहार में गाड़ी-घोड़ा सब छोड़, अब भैंस पर भी राजनीति चढ़ गई” नामांकन के समय अरुण यादव के समर्थकों ने नारे लगाए “लालू जी का सिपाही आया है” और “तेज प्रताप जिंदाबाद” पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी इस नज़ारे को देखकर मुस्कुरा उठे।

तेज प्रताप यादव के सिपाहियों का नया अंदाज़

तेज प्रताप यादव, जिन्हें कुछ समय पहले राजद से निष्कासित किया गया था, अब अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल (JJD) के साथ मैदान में हैं। तेज प्रताप ने खुद को “जनता का उम्मीदवार” बताते हुए एक अलग पहचान बनाने की कोशिश शुरू की है। अरुण यादव जैसे प्रत्याशी उनके इस अभियान की मिसाल हैं, जो देसी प्रतीकों के ज़रिए जनता से जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं।

क्या बोली पब्लिक?

स्थानीय लोगों ने कहा कि इस दृश्य ने उन्हें 90 के दशक की याद दिला दी, जब लालू यादव अपनी देसी शैली और व्यंग्य से जनता का दिल जीतते थे। एक बुजुर्ग ने कहा, “लालू जी के टाइम में राजनीति में अपनापन था। ये लड़का भी वैसा ही कुछ करने आया है लगता है।” वहीं, युवाओं में इस वीडियो को लेकर मीम्स और जोक्स की बाढ़ आ गई है। किसी ने लिखा, “अब चुनाव में भैंस भी वोट मांगेगी!” तो किसी ने कहा, “तेजू भैया के सिपाही ने तो चुनाव में जान डाल दी!”