बीते दिनों रामनवमी जुलूस के दौरान हुई हिंसा के बाद बिहार की गंगा जमुनी तहजीब का ताना-बाना बिखरा-बिखरा सा लगा। अब उसी बिहार से सामाजिक सद्भाव के ताने-बाने को मजबूत करने वाली एक बड़ी खबर आई है।
बिहार के मुजफ्फरपुर से दोस्ती के रिश्ते को तार-तार करने वाली वारदात सामने आई है। एक अस्पताल संचालक का दोस्त, पहले उसका कर्मचारी बना। फिर एक दिन उसकी मोबाइल से पत्नी की अश्लील तस्वीरें प्राप्त की और अपने दोस्त की पीठ में ही छुरा घोंप दिया।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को PFI के गजवा-ए-हिंद वाले टेरर मॉड्यूल के आरोपी मो. रियाज की 8 महीने से तलाश है। NIA ने उसे दबोचने के लिए कई बार छापेमारी की। पर हर बार वह NIA की आंखों में धूल झोंक कर फरार हो जाता है।
बिहार में रामनवमी जुलूस के दौरान हुई हिंसा के बीच नालंदा जिले के बिहारशरीफ से मोहम्मद फेंकू के रूप में एक किरदार उभर कर आया। उन्होंने अपने कर्तव्यों को सांप्रदायिक भावनाओं से उपर उठकर निभाया। इसी वजह से इस शख्स के किरदार की सिर्फ बिहार…
बिहार के औरंगाबाद में हत्या का एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। अंधविश्वास में जकड़े बदमाशों ने बुजुर्ग की निर्मम हत्या कर दी। पहले लाठी-डंडों से पीट पीटकर अधमरा कर दिया। फिर भी मन नहीं भरा तो बुजुर्ग की आंखे फोड़ डाली…
एक अजीबो-गरीब मामला बिहार के मुजफ्फरपुर में सामने आया है। यहां एक लड़का अपनी गर्लफ्रेंड को पैसे उधार देने के बाद फंस गया। कई बार मांगने के बावजूद जब गर्लफ्रेंड ने उधारी नहीं चुकाई, तो गुस्से में लड़के ने डायल 112 पर कॉल कर दिया।
तमिलनाडु में बिहार से काम करने गए मजदूरों के साथ मारपीट के झूठे वीडियो अपलोड करने के मामले में अरेस्ट हुए यूट्यूबर की मुसीबतें और बढ़ गई है। तमिलनाडु पुलिस ने NSA के तहत केस दर्ज किया। वहीं यूट्यूबर ने सुप्रीम कोर्ट में लगाई जमानत अर्जी।
बिहार के कटिहार में ससुर से परेशान होकर बहू ससुराल में ही धरने पर बैठ गई। उसने खाना-पीना छोड़ दिया है। 27 साल की सविता की तकलीफ है कि लंबे अफेयर के बाद विवादों के बीच पुलिस ने थाने के अंदर बने मंदिर में 8 महीने उनकी शादी कराई थी।
नालंदा जिले के बिहारशरीफ में मंगलवार को शहर की अधिकतर दुकानें खुलीं, हालांकि कुछ संवेदनशील इलाकों में दुकानें बंद रहीं। टेम्पो व ई-रिक्शा भी सड़कों पर दिखें। ज्यादातर व्यापारियों ने दोपहर दो बजे अपनी दुकानों के शटर गिरा दिए।
एक किशोर की इंटरनेट सिग्नल की तलाश में जान चली गई। यह सुनकर आपको अचरज हो रहा होगा। पर यह सच है। इंटरनेट कनेक्शन की तलाश में युवाओं की निगाहें अपनी मोबाइल स्क्रीन पर ही टीकी हुई हैं।