नरकटियागंज विधानसभा चुनाव 2025: BJP की रश्मि वर्मा जीतेंगी या INC की वापसी होगी? राजपूत, भूमिहार और कुर्मी वोटर तय करेंगे किसका होगा विजय रथ। हर वोट, हर कदम मायने रखता है! प्रमुख जातीय समूह और स्थानीय मुद्दे इस सीट को सस्पेंसफुल बनाते हैं।
Narkatiaganj Assembly Election 2025: नरकटियागंज विधानसभा सीट बिहार की चर्चित विधानसभा सीटों में आती है। यहां हर चुनाव रोमांचक ‘राजनीतिक थ्रिलर’ साबित होता है। 2025 के चुनाव में मतदाता किसे मौका देंगे, यह देखने लायक होगा। स्थानीय विकास, जातीय समीकरण और क्षेत्रीय मुद्दे यहां के नतीजों को सीधे प्रभावित करते हैं।
पिछले तीन विधानसभा चुनावों का आंकड़ा
2020: बीजेपी ने छीनी कांग्रेस से सीट
- रश्मि वर्मा (BJP)- 75,484 वोट, विजेता
- विनय वर्मा (INC) - 54,350 वोट, हारे
- रएनू देवी (IND)- 7,674 वोट
- जीत का अंतर: 21,134 वोट
नोट: बीजेपी नेता जय प्रकाश यादव स्नातक तक पढ़े लिखे हैं। उन पर तीन क्रिमिनल केस दर्ज है। उनकी कुल संपत्ति 6 करोड़ रुपए हैं। उन पर 31 लाख रुपए का कर्जा है।
2015: कांग्रेस ने लहराया जीत का परचम
- विनय वर्मा (INC) - 57,212 वोट, विजेता
- रएनू देवी (BJP) - 41,151 वोट
- जीत का अंतर: 16,061 वोट
2010: बीजेपी का दबदबा
- सतीश चंद्र दूबे (BJP)- 44,921 वोट, विजेता
- आलोक प्रसाद वर्मा (INC)- 24,668 वोट
- जीत का अंतर: 20,253 वोट
नरकटियागंज विधानसभा का राजनीतिक परिदृश्य
नरकटियागंज विधानसभा सीट पश्चिमी चंपारण जिले में आती है। यह सीट 2018 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई। इसके अंतर्गत कई प्रखंड आते हैं-धूमनगर, शिकारपुर, हरदी टेडा, मालदा मालदी, सिमरी, मनवा पारसी, चामुआ, नौतनवां, डुमरिया, बिनवलिया, मालदहिया पोखरिया, केहुनिया रोरी, पुरैनिया हरसारी, राजपुर तुमकरिया, सुगौली और कुंडिलपुर।
खास बात: BJP, INC और अन्य पार्टियां इस सीट पर लगातार टक्कर देती रही हैं। 2020 में बीजेपी ने कांग्रेस के मौजूदा विधायक विनय वर्मा को हराकर सीट अपने नाम की।
मतदाता समीकरण और जातीय प्रभाव
नरकटियागंज में राजपूत, भूमिहार और कुर्मी वोटर निर्णायक हैं। इसके अलावा ब्राह्मण और यादव वोटर भी जीत-हार में अहम भूमिका निभाते हैं। पिछले चुनाव में कुल मतदान 65% से अधिक रहा। राजनीतिक दलों ने अपनी रणनीति मतदाता समीकरण के अनुसार बनाई।
आने वाले चुनाव की चुनौती
2025 में एनडीए और महागठबंधन के बीच कड़ी टक्कर होगी। BJP की रश्मि वर्मा और INC के नए प्रत्याशी की जंग रोचक होगी। क्षेत्रीय विकास, जातीय संतुलन और स्थानीय मुद्दे यहां निर्णायक साबित होंगे।
