नरकटिया विधानसभा चुनाव 2025: इस अहम चुनावी मैदान पर कौन राज करेगा-राजद के शमीम अहमद या जदयू के श्याम बिहारी प्रसाद? कांटे की टक्कर, अलग-अलग मतदाता, बिहार में एक बार फिर राजनीतिक सस्पेंस चरम पर।
Narkatia Assembly Election 2025: नरकटिया विधानसभा सीट बिहार की ऐसी विधानसभा सीट है, जिसे हमेशा ‘राजनीतिक थ्रिलर’ के रूप में देखा गया है। यहाँ के चुनावी नतीजे हमेशा कड़े मुकाबले और बदलते सियासी समीकरणों के लिए चर्चित रहे हैं। क्षेत्रीय मुद्दे, विकास कार्य और जातीय समीकरण इस सीट पर जीत-हार तय करते हैं। 2025 में जनता किसे मौका देगी, यह देखने लायक होगा।
पिछले तीन विधानसभा चुनावों का आंकड़ा
2020: नरकटिया विधानसभा चुनाव
- शमीम अहमद (RJD)- 85,562 वोट, विजेता
- श्याम बिहारी प्रसाद (JD(U)-57,771 वोट, हारे
- सोनू कुमार (LJP)-20,494 वोट
- जीत का अंतर: 27,791 वोट
2015: नरकटिया विधानसभा चुनाव
- शमीम अहमद (RJD)-75,118 वोट, विजेता
- संत सिंह कुशवाहा (RLSP)- 55,136 वोट
- जीत का अंतर: 19,982 वोट
2010: नरकटिया विधानसभा चुनाव
- श्याम बिहारी प्रसाद (JD(U)-31,549 वोट, विजेता
- यासमीन सबीर अली (LJP)-23,861 वोट
- जीत का अंतर: 7,688 वोट
नरकटिया विधानसभा का राजनीतिक परिदृश्य
नरकटिया सीट पश्चिम चंपारण लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है और 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई। इस क्षेत्र में कुल तीन प्रखंड आते हैं-बंजारिया, चौरादानो (नरकटिया) और बैंकटवा। RJD ने 2015 और 2020 में लगातार जीत दर्ज कर अपनी पकड़ मजबूत की। शमीम अहमद वर्तमान में विधायक और बिहार सरकार में कानून मंत्री भी रह चुके हैं। 2010 में JD(U) के श्याम बिहारी प्रसाद ने जीत दर्ज की थी।
मतदाता समीकरण और जातीय प्रभाव
नरकटिया विधानसभा में यादव, मुस्लिम, कुर्मी और दलित वोटरों की संख्या अधिक है। क्षेत्रीय सियासत में मुस्लिम और यादव वोट निर्णायक साबित होते हैं। वहीं, कुर्मी और अन्य जातीय समूहों के वोट भी जीत में अहम भूमिका निभाते हैं।
आने वाले चुनाव की सस्पेंसफुल चुनौती
2025 के चुनाव में RJD अपनी जीत का सिलसिला जारी रखना चाहेगी। JD(U), BJP और अन्य पार्टियां अपनी कड़ी टक्कर देने की रणनीति बना रही हैं। शमीम अहमद की लोकप्रियता और नेतृत्व क्षेत्र में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।
