धमदाहा विधानसभा चुनाव 2025: इय सीट से लेशी सिंह चौथी बार लगातार जीत दर्ज करने का प्रयास करेंगी। इस बार महागठबंधन पूरी ताकत झोंककर जदयू का विजय रथ रोकने की रणनीति बना रहा है। मतदान में यादव-मुस्लिम और ब्राह्मण-कोइरी-कुर्मी वोट निर्णायक साबित होंगे।
Dhamdaha Assembly Election 2025: पूर्णिया जिले की धमदाहा विधानसभा सीट (Dhamdaha Vidhan Sabha Seat) हमेशा से बिहार की राजनीति में अहम मानी जाती रही है। यह सीट अब JDU का मजबूत गढ़ बन चुकी है, खासकर लेशी सिंह (Leshi Singh) के कारण, जिन्होंने लगातार जीत का रिकॉर्ड बनाया है। Dhamdaha Assembly Election 2025 में लेशी सिंह की हैट्रिक और जदयू का दबदबा बरकरार रहेगा या महागठबंधन कोई नई चुनौती पेश करेगा, यह देखना दिलचस्प होगा। धमदाहा विधानसभा सीट पर मुस्लिम और यादव वोटरों का विशेष प्रभाव है। इसके अलावा राजपूत, ब्राह्मण, कोईरी-कुर्मी और दलित वोटर भी परिणाम तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
2010 चुनाव: जदयू ने राजद से छीनी सीट
2010 में धमदाहा विधानसभा सीट पर JDU की लेशी सिंह ने पहली बार जीत हासिल की। उन्हें 64,323 वोट मिले। वहीं INC के इरशाद अहमद खान को 19,626 वोट मिले। यह जीत JDU के लिए महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई और राजद के प्रभाव को कम किया।
2015 चुनाव: लेशी सिंह की दूसरी जीत
2015 में लेशी सिंह ने JDU का विजय रथ आगे बढ़ाया। इस बार उन्होंने 76,027 वोट पाकर RLSP के शिव शंकर ठाकुर (Shankar Azad) को मात दी, जिन्हें केवल 45,736 वोट मिले। जीत का अंतर 30,291 वोट का था। इस चुनाव में JDU ने धमदाहा में अपनी पकड़ मजबूत की और महागठबंधन को चुनौती दी।
2020 चुनाव: हैट्रिक और रिकॉर्ड
2020 में धमदाहा विधानसभा सीट पर 18 उम्मीदवार मैदान में थे। इस बार भी JDU की लेशी सिंह (Leshi Singh) ने जीत दर्ज की। उन्हें कुल 97,057 वोट मिले, जबकि RJD के दिलीप कुमार यादव को 63,463 वोट ही प्राप्त हुए। LJP के योगेंद्र कुमार महज 9,448 वोट हासिल कर पाए।
लेशी सिंह की यह लगातार तीसरी जीत थी और उन्होंने JDU के विजय रथ को और मजबूती दी। इस चुनाव में मतदान लगभग 63% रहा।
धमदाहा विधानसभा 2025: क्या होगी चौथी जीत?
Dhamdaha Assembly Election 2025 में लेशी सिंह अगर उम्मीदवार बनती हैं, तो लगातार चौथी जीत का रिकॉर्ड अपने नाम करना चाहेंगी। जदयू के लिए यह सीट महत्वपूर्ण है क्योंकि यहां उनका स्थाई गढ़ और मजबूत कार्यकर्ता नेटवर्क है। विपक्ष, खासकर महागठबंधन, इस बार रणनीति बदलकर जदयू को चुनौती देने का प्रयास करेगा।
धमदाहा सीट पर अब तक का इतिहास
धमदाहा सीट पर अब तक का इतिहास बताता है कि जातीय समीकरण और महिला वोटर हमेशा चुनाव का पासा पलट सकते हैं। 2010 से लेकर 2020 तक JDU ने लगातार प्रदर्शन दिखाया है और 2025 में भी यह सीट राजनीतिक नज़रिए से बहुत अहम रहेगी।
धमदाहा विधानसभा सीट का चुनावी इतिहास
- 2000 और 2005: लेशी सिंह ने समता पार्टी से जीत हासिल की।
- 2010, 2015, 2020: JD(U) के टिकट पर धमदाहा पर कब्जा।
- लगातार तीन बार जीत और पांच बार कुल जीत का रिकॉर्ड।
- जदयू के लिए यह सीट एक मजबूत गढ़ बन चुकी है।
