जगदीशपुर विधानसभा चुनाव 2025: जगदीशपुर सीट पर RJD ने लगातार 3 बार जीत दर्ज की है। 2020 में राम विशुन सिंह ने 22,107 वोटों से बड़ी जीत हासिल की। अब सवाल है-क्या RJD चौथी बार जीत पाएगी या विपक्ष कर देगा बड़ा उलटफेर?
Jagdishpur Assembly Election 2025: जगदीशपुर विधानसभा चुनाव 2025 (Jagdishpur Assembly Election 2025) को लेकर भोजपुर जिले की राजनीति गरम है। यह सीट हमेशा से चर्चा में रहती है क्योंकि यहां RJD (राजद) ने पिछले तीनों चुनाव (2010, 2015 और 2020) में जीत दर्ज कर अपनी मजबूत पकड़ बनाई। सवाल है कि क्या 2025 में भी यही सिलसिला जारी रहेगा या विपक्षी दल कोई बड़ा उलटफेर करेंगे?
2020 जगदीशपुर विधानसभा चुनाव: राम विशुन सिंह की ऐतिहासिक जीत
2020 में RJD उम्मीदवार राम विशुन सिंह ने शानदार जीत दर्ज की। उन्होंने LJP के श्रीभगवान सिंह कुशवाहा को 22,107 वोटों से हराया।
- राम विशुन सिंह (RJD)-66,632 वोट (39.7%)
- श्रीभगवान सिंह कुशवाहा (LJP)-44,525 वोट
- शुशुमलता (JD(U)-29,362 वोट
खास बात: इस चुनाव में कुल 167,935 वैध वोट पड़े और मतदान प्रतिशत 54.39% रहा।
नोट: आरजेडी नेता राम विशुन सिंह पर कोई आपराधिक केस नहीं है। उनकी शैक्षिक योग्यता ग्रेजुएट है। उनकी कुल सम्पत्ति 4.75 करोड़ है और उन पर 19.74 लाख रुपए का कर्ज भी है।
2015 जगदीशपुर विधानसभा चुनाव: दूसरी बार जीत
2015 में भी राम विशुन सिंह (RJD) ने जीत का परचम लहराया।
- राम विशुन सिंह (RJD)-49,020 वोट (33.8%)
- राकेश रौशन (BLSP)-38,825 वोट
- जीत का अंतर-10,195 वोट
खास बात: मतदान प्रतिशत इस बार भी करीब 54.38% रहा। यह उनकी लगातार दूसरी जीत थी, जिसने RJD की पकड़ मजबूत कर दी।
2010 जगदीशपुर विधानसभा चुनाव: दिनेश कुमार सिंह की जीत
2010 में RJD से दिनेश कुमार सिंह मैदान में उतरे और उन्होंने JD(U) के श्रीभगवान सिंह कुशवाहा को 10,186 वोटों से हराया।
- दिनेश कुमार सिंह (RJD) -55,560 वोट (42.6%)
- श्रीभगवान सिंह कुशवाहा (JD(U)-45,374 वोट
- खास बात: यही चुनाव RJD के लिए इस सीट पर नींव साबित हुआ।
जगदीशपुर विधानसभा का समीकरण और 2025 की चुनौती
इस सीट पर यादव, कुशवाहा, ब्राह्मण, पासवान और मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं। RJD की लगातार जीत का बड़ा कारण यादव और पिछड़े वर्ग का समर्थन है। वहीं, LJP और JD(U) लगातार विपक्ष की भूमिका में रहकर चुनौती देते रहे हैं।
खास बात: 2025 में RJD को अपनी पकड़ बरकरार रखनी होगी जबकि विपक्ष नए गठबंधन और रणनीति से मैदान में है। मुख्य मुद्दे विकास, रोजगार, सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा रह सकते हैं।
