बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की घोषणा के साथ ही आचार संहिता लागू हो गई है। पटना और नवादा में प्रशासन एक्शन मोड में है और सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। शांतिपूर्ण चुनाव के लिए सघन वाहन जांच और उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है।

पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों के ऐलान के साथ ही पूरे प्रशासनिक तंत्र में हलचल मच गई है। जैसे ही चुनाव आयोग ने दो चरणों में मतदान की घोषणा की, ठीक उसी पल से आचार संहिता (Model Code of Conduct) लागू हो गई। और इसके साथ ही पटना से लेकर नवादा तक अधिकारी फुल एक्शन मोड में नज़र आ रहे हैं।

पटना में 6 नवंबर को वोटिंग, DM बोले – मॉडल कोड लागू, सख्त निगरानी शुरू

पटना जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. ने कहा कि जैसे ही चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव की तिथियों की घोषणा की, उसी क्षण से पूरे जिले में आचार संहिता लागू हो गई है। उन्होंने बताया कि पटना जिले के 14 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान प्रक्रिया 6 नवंबर को संपन्न होगी। नामांकन की प्रक्रिया 10 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक चलेगी। DM ने स्पष्ट कहा कि चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन सख्ती से किया जाएगा। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या आचार संहिता के उल्लंघन पर त्वरित कार्रवाई होगी।

पटना में 29 कंपनियां तैनात, 184 लोगों पर CCA की कार्रवाई

पटना SSP कार्तिकेय शर्मा ने सुरक्षा और विधि-व्यवस्था की जानकारी देते हुए बताया कि जिले में 29 अतिरिक्त बल की तैनाती की गई है। चुनावी माहौल में शांति बनाए रखने के लिए पूरे जिले को सेक्टरों में बांटा गया है। उन्होंने कहा कि चुनाव निष्पक्ष और शांतिपूर्ण कराने के लिए पुलिस पूरी तरह तैयार है। जो लोग माहौल बिगाड़ने की कोशिश करेंगे, उन पर सख्त कार्रवाई होगी।

अब तक 184 लोगों पर CCA (Crime Control Act) की कार्रवाई की जा चुकी है। इनमें से कई को जिले के बाहर रिपोर्ट करने का आदेश दिया गया है। साथ ही, पटना जिले की सीमा पर 32 चेकपोस्ट बनाए गए हैं, जहाँ पुलिस की टीम चौकसी कर रही है।

नवादा SP अभिनव धीमान खुद उतरे सड़क पर

दूसरी ओर, नवादा जिला प्रशासन भी पूरी तरह एक्शन में है। जिले के पुलिस अधीक्षक अभिनव धीमान ने 6 अक्टूबर से ही सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता करने के लिए सघन वाहन जांच अभियान शुरू कर दिया है। यह अभियान मुफस्सिल थाना क्षेत्र से लेकर बिहार-झारखंड सीमा तक चलाया जा रहा है। स्वयं SP अभिनव धीमान सड़क पर उतरे और गाड़ियों की चेकिंग का जायजा लिया। उनके सड़क पर आते ही पुलिस अधिकारियों और वाहन चालकों में हड़कंप मच गया।

धीमान ने कहा कि चुनाव के दौरान अवैध हथियार, नकदी और शराब की तस्करी रोकना हमारी प्राथमिकता है। किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत एक्शन लिया जाएगा।

गड़बड़ी करने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई

चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही बिहार पुलिस और प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि गड़बड़ी करने वालों की खैर नहीं। DM, SSP और SP के नेतृत्व में सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सक्रिय हैं। सीमावर्ती जिलों में निगरानी बढ़ा दी गई है, ताकि अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सके। राजनीतिक दलों की गतिविधियों पर भी अब चुनाव आयोग की पैनी नज़र रहेगी। पोस्टर, बैनर, प्रचार और फंडिंग से जुड़े हर कदम पर प्रशासन की अनुमति जरूरी होगी।

चौकन्ने हुए अधिकारी

बिहार में चुनावी बिगुल बज चुका है और प्रशासन ने अपनी मशीनरी पूरी तरह सक्रिय कर दी है। पटना से नवादा तक अधिकारी चौकन्ने हैं, सड़कों पर पुलिस बल उतर चुका है और निगरानी का स्तर बढ़ा दिया गया है। स्पष्ट है कि 2025 का बिहार चुनाव सिर्फ सियासी मुकाबला नहीं बल्कि प्रशासनिक सख्ती और निष्पक्षता की भी परीक्षा होगा।