NH19 Blocked Update: एशिया की ऐतिहासिक ग्रैंड ट्रंक रोड पर ऐसा क्या हुआ कि तीन दिन से गाड़ियां नहीं हिलीं? सासाराम में 72 घंटे से ठप ट्रैफिक, क्या बारिश और सड़क चौड़ीकरण ने बना दी देश की सबसे व्यस्त हाईवे पर संकट की दीवार?  

Delhi-Kolkata Route Block: दिल्ली और कोलकाता को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग-19 (NH19) इस वक्त भारी जाम में जकड़ा हुआ है। बिहार के सासाराम और रोहतास इलाके में लगभग 20 किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम तीन दिन से नहीं खुल सका है। सैकड़ों ट्रक, बसें और निजी वाहन वहीं फंसे हुए हैं।

ट्रक चालकों की हालत खराब, सड़क किनारे नाश्ते पर गुज़ारा

ओडिशा से दिल्ली जा रहे एक ट्रक चालक दुबन कुमार ने बताया, “जाम कल सुबह 8 बजे से लगा है। मैं मुश्किल से 5 किलोमीटर ही आगे बढ़ पाया हूँ। अब सासाराम में ही फंसा हूँ। खाने-पीने का कोई इंतज़ाम नहीं है, हम सड़क किनारे मिलने वाले चाय और बिस्कुट पर गुज़ारा कर रहे हैं।” इसी तरह, कोलकाता से दिल्ली जा रहे संजय दास बोले-“मैंने 24 घंटे में सिर्फ 20 किलोमीटर का सफर तय किया है। कोई अधिकारी या पुलिस हमारी मदद को नहीं पहुंची।”

क्या है जाम की असली वजह?

जानकारी के मुताबिक, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा शिवसागर इलाके में सड़क चौड़ीकरण का काम चल रहा है। इसी बीच हुई भारी बारिश ने सड़क को कीचड़ और पानी से भर दिया। सड़क की जगह संकरी हो गई और गाड़ियां फंस गईं। मजबूरन ट्रैफिक को एक अस्थायी डायवर्जन से होकर निकाला जा रहा है, जिससे घंटों तक जाम लगा हुआ है।

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NH19 क्यों है इतना अहम मार्ग?

राष्ट्रीय राजमार्ग 19 (Delhi Kolkata Highway) न सिर्फ दिल्ली और कोलकाता को जोड़ता है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल से होकर गुजरता है। यह वाराणसी, औरंगाबाद, सासाराम जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ते हुए देश के व्यापारिक परिवहन का मेरुदंड माना जाता है। यही नहीं, यह ऐतिहासिक ग्रैंड ट्रंक रोड (GT Road) का हिस्सा है, जिसे एशिया का सबसे पुराना व्यापारिक मार्ग भी कहा जाता है।

क्या प्रशासन सोया है? यात्रियों को नहीं मिल रही मदद

फंसे हुए यात्रियों और ड्राइवरों का कहना है कि कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा, न ही राहत दलों ने कोई कार्रवाई की है। तीन दिनों से लोग भूखे-प्यासे हैं और वाहन बिल्कुल नहीं हिल पा रहे हैं।

जाम की स्थिति कब सुधरेगी?

स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक सड़क चौड़ीकरण का काम बंद नहीं किया जाएगा या बारिश का पानी नहीं सूखेगा, तब तक जाम खत्म होना मुश्किल है। यात्रियों का धैर्य अब जवाब देने लगा है, जबकि प्रशासन की चुप्पी ने नाराजगी बढ़ा दी है।