भाईदूज तिलक शुभ मुहूर्त 2024: दिवाली के बाद भाई दूज का पर्व भी मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाई को घर पर भोजन के लिए बुलाती हैं और तिलक लगाकर उनकी सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।
Govardhan Puja 2024: हमारे देश में पर्वतों की भी देवता मानकर पूजा जाती है। मथुरा में स्थित गोवर्धन पर्वत भी पूजनीय पर्वतों में से एक है। इसे साक्षात भगवान श्रीकृष्ण का ही स्वरूप माना जाता है।
Chankya Niti: आचार्य चाणक्य भारत के महान विद्वान थे। उन्होंने ही एक साधारण युवक चंद्रगुप्त को अखंड भारत का सम्राट बनाया। उनकी बताई गई नीतियां आज के समय में भी हमारे बहुत काम की हैं।
Govardhsn Puja 2024: हर साल दिवाली के बाद गोवर्धन पूजा पूरे देश में की जाती है। ये परंपरा द्वापर युग से चली आ रही है। इस बार गोवर्धन पूजा का पर्व 2 नवंबर, शनिवार को मनाया जाएगा।
Annakoot 2024: दिवाली के दूसरे दिन यानी गोवर्धन पूजा के साथ ही अन्नकूट महोत्सव भी मनाया जाता है। इस दिन कृष्ण मंदिरों में भगवान को 56 अलग-अलग पकवानों का भोग लगाया जाता है।
Diwali 2024: कार्तिक मास की अमावस्या को दीपावली का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये उत्सव 31 अक्टूबर, गुरुवार को है। ये स्वयं सिद्ध मुहूर्त में से एक है। इस दिन किए गए उपाय बहुत ही जल्दी शुभ फल देते हैं।
दिवाली, रोशनी का त्योहार, भारत और दुनिया भर में मनाया जाता है, जो बुराई पर अच्छाई और अंधकार पर प्रकाश की जीत का प्रतीक है। इस साल, दिवाली 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी, और कुछ समुदाय इसे 1 नवंबर, 2024 को मनाएंगे।
Diwali Upay 2024: तंत्र शास्त्र में दिवाली की रात को कालरात्रि कहते हैं। इस रात को की गई पूजा, उपाय आदि जल्दी ही सिद्ध हो जाते हैं। दिवाली का रात यदि राशि अनुसार मंत्रों का जाप किया जाए तो हर परेशानी दूर हो सकती है।
Diwali 2024 Tradition: इस बार दिवाली का पर्व 31 अक्टूबर, गुरुवार को मनाया जाएगा। दिवाली से जुड़ी कईं परंपराएं भी हैं, जिनके बारे में कम ही लोगों को जानकारी है। ये परंपराएं हजारों सालों से निभाई जा रही हैं।
ज्योतिष शास्त्र कहता है कि दीपावली पर कुछ वस्तुओं का दान करने से लक्ष्मी देवी नाराज हो सकती हैं और दरिद्रता आ सकती है।