इस बार 22 नवंबर, शुक्रवार को उत्पन्ना एकादशी है। एकादशी भगवान विष्णु की तिथि है और शुक्रवार माता लक्ष्मी का दिन।
अभी अगहन मास चल रहा है, जो 12 दिसंबर तक रहेगा। इस माह में सूर्य पूजा का विशेष महत्व है। रोज सुबह सूर्योदय से पहले उठ जाना चाहिए और स्नान के बाद सूर्य को जल चढ़ाना चाहिए।
महाभारत के प्रमुख पात्र अर्जुन अपने बड़े भाई युधिष्ठिर को बहुत ही मान- सम्मान देते थे, ये बात सभी जानते हैं, लेकिन यह बात बहुत कम जानते हैं कि एक बार अर्जुन ने युधिष्ठिर का वध करने के लिए तलवार उठा ली थी।
इस बार 22 नवंबर, शुक्रवार को उत्पन्ना एकादशी है। इस दिन भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए विशेष उपाय करने चाहिए।
ज्योतिष में कई ऐसी विद्याएं हैं, जिनसे भविष्य में होने वाली शुभ-अशुभ घटनाओं की जानकारी मिल सकती है। ज्योतिष की खास विद्याओं में से एक है हस्तरेखा।
मार्गशीर्ष यानी अगहन मास भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति का महीना है। इस मास में श्रीकृष्ण की विशेष पूजा अर्चना का काफी महत्व है।
हनुमानजी को कलयुग का जीवंत देवता माना गया है। वैसे तो हनुमानजी की उपासना के लिए अनेक मंत्र, स्त्रोत व स्तुतियों की रचना की गई है, लेकिन उन सभी में बजरंग बाण का विशेष महत्व है।
न्याय और नीति के अनुसार काम करने वाले लोगों पर देवी लक्ष्मी की विशेष कृपा रहती है। ऐसे लोगों को धन संबंधी कामों में विशेष लाभ मिलता है और घर में खुशहाली बनी रहती है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, विवाह के लिए गुरु ग्रह का अनुकूल होना अनिवार्य है। जिनकी कुंडली में गुरु अशुभ स्थान पर होता है, उन लोगों के विवाह में बहुत परेशानियां आती हैं।
आज के समय में कई बार काला जादू जैसे शब्द सुनने को मिल जाते हैं। इनमें कितनी सच्चाई है ये तो नहीं कहा जा सकता है, लेकिन भारत आज भी कुछ जगहें ऐसी हैं जो काला जादू के लिए प्रसिद्ध है।