श्रावण मास की पूर्णिमा को रक्षाबंधन (इस बार 15 अगस्त को) मनाया जाता है। इस पूर्णिमा को नारियल पूर्णिमा भी कहते हैं। इस दिन नारियल से जुड़े कुछ आसान उपाय करने से कई मुश्किलों से बचा जा सकता है।
रक्षाबंधन पर ब्राह्मणों द्वारा श्रावणी उपाकर्म करने की परंपरा है जो हमें स्वाध्याय और सुसंस्कारों के विकास के लिए प्रेरित करता है।
रक्षाबंधन पर कईं शुभ योग बन रहे हैं। सबसे खास बात ये है कि इस दिन ये पर्व भद्रा दोष से पूरी तरह से मुक्त है।
12 अगस्त को सावन का आखरी सोमवार है। इस दिन प्रदोष (त्रयोदशी तिथि) का खास योग बन रहा है जिसमें शिव जी को प्रसन्न करने के लिए कुछ खास उपाय करने से सभी इच्छाएं पूरी हो सकती हैं।
राखी का त्योहार कब से मनाया जा रहा है, इससे संबंधित कोई स्पष्ट प्रमाण नहीं है, लेकिन भविष्य पुराण की कुछ कथाओं में इसका उदाहरण मिलता है।
इस्लाम का हर त्यौहार जीवन प्रबंधन का संदेश देता है। इस्लाम में हर साल २ ईद मनाई जाती है- मीठी ईद और बकरीद, इसे ईदुज्जुहा भी कहते हैं।
ईदुज्जुहा से जुड़ी एक कहानी प्रसिद्ध है जिससे कुर्बानी का पैगाम मिलता है
धर्म ग्रंथो में कहा गया है कि देवी-देवताओं को भी रक्षासूत्र अर्पित करने से उनकी कृपा हम पर बनी रहती है।
धर्म शास्त्रों में इसे पुत्रदा एकादशी भी कहते हैं। मान्यता है कि इस व्रत की कथा सुनने से सुयोग्य पुत्र की प्राप्ति होती है।
कुछ सामान्य उपाय विधि-विधान से करने से इनकम का स्त्रोत स्थाई हो जाता है और उसमें बढ़ोत्तरी भी होती है।