शारदीय नवरात्रि के चौथे दिन (2 अक्टूबर) की प्रमुख देवी मां कूष्मांडा हैं। मां दुर्गा के इस चतुर्थ रूप कूष्मांडा ने अपने उदर से अंड अर्थात ब्रह्मांड को उत्पन्न किया। इसी वजह से दुर्गा के इस स्वरूप का नाम कूष्मांडा पड़ा।
शारदीय नवरात्रि का तीसरा दिन (1 अक्टूबर) माता चंद्रघंटा को समर्पित है। यह शक्ति माता का शिवदूती स्वरूप है। इनके मस्तक पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र है, इसी कारण इन्हें चंद्रघंटा देवी कहा जाता है।
अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तिथि तक शारदीय नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 29 सितंबर से 7 अक्टूबर तक मनाया जाएगा।
शारदीय नवरात्र 29 सितंबर से प्रारंभ हो गयी है।
जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते और ज्यादा खराब हो चुके हैं। विभाजन के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच कई युद्ध हो चुके हैं।
मध्य प्रदेश के सतना जिले में मैहर तहसील के पास त्रिकूट पर्वत पर स्थित है मां शारदा का मंदिर। लोग इसे मैहर देवी का मंदिर भी कहते हैं। मैहर का मतलब है मां का हार।
आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तिथि तक शारदीय नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये उत्सव 29 सितंबर से 7 अक्टूबर तक मनाया जाएगा।
शारदीय नवरात्रि की द्वितिया तिथि (30 सितंबर) को मां ब्रह्मचारिणी की पूजा होती है।
हिमाचल प्रदेश में कांगड़ा से 30 किलोमीटर दूर ज्वाला देवी का प्रसिद्ध मंदिर है।
वैसे तो भारत में देवी हिंगलाज के अनेक मित्र हैं, लेकिन मुख्य मंदिर पाकिस्तान के बलूचिस्तान में है।