ज्योतिष शास्त्र में अनेक चीजों का प्रयोग किया जाता है। ऐसी ही एक चीज है कौड़ी। यह समुद्र से निकलती हैं और सजावट के काम भी आती है।
कार्तिक मास की अमावस्या पर दीपावली का पर्व मनाया जाता है। दीपावली का त्योहार भारतीय सभ्यता, संस्कृति का एक सर्व प्रमुख त्योहार है।
15 अक्टूबर से दिवाली यानी 27 अक्टूबर तक कई विशेष योग बन रहे हैं, जिन्हें ज्योतिष की दृष्टि से शुभफल देने वाला माना गया है।
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को पति की लंबी उम्र के लिए सुहागिन महिलाएं करवा चौथ का व्रत करती हैं।
धर्म ग्रंथों के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का पर्व मनाया जाता है। इस बार यह पर्व 17 अक्टूबर, गुरुवार को है।
जब भगवान कृष्ण एक व्यक्ति के रूप में धरती पर उतरते हैं, तो नादान लोग उन्हें पहचानने में असमर्थ होते हैं। वे उनकी दिव्यता से अनजान हैं। वे इस बात से भी अनजान हैं कि वह सभी प्राणियों के सर्वोच्च भगवान हैं।
इस बार 14 अक्टूबर, सोमवार से कार्तिक मास शुरू हो गया है, जो 12 नवंबर, मंगलवार तक रहेगा। धर्म ग्रंथों में इस मास का विशेष महत्व बताया गया है।
आजकल भले ही कान छिदवाना एक फैशन बन गया है, लेकिन प्राचीन समय में सभी लोगों के लिए अनिवार्य हुआ करता था।
भगवान के दर्शन मात्र से ही कई जन्मों के पापों का प्रभाव नष्ट हो जाता है। इसी वजह से घर में भी देवी-देवताओं की मूर्तियां रखने की परंपरा है।
हमारे ग्रंथों में लाइफ मैनेजमेंट से जुड़ी अनेक बातें बताई गई हैं, जिनके बारे में सभी लोग नहीं जानते।