वीडियो डेस्क। कलयुग में हनुमानजी की जीवंत देवता माना जाता है। प्रतिवर्ष चैत्र मास की पूर्णिमा पर हनुमान जयंती का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 8 अप्रैल, बुधवार को है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार, इस दिन कुछ खास उपाय करने से हनुमानजी की कृपा हम पर बनी रहती है।
वीडियो डेस्क। चैत्र मास की पूर्णिमा को हनुमान जयंती का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 8 अप्रैल, बुधवार को है। हनुमानजी की पूजा करते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इनमें से कुछ बातें गीताप्रेस गोरखपुर द्वारा प्रकाशित श्रीहनुमान अंक में विद्वानों द्वारा बताई गई हैं। ये बातें इस प्रकार हैं-
हनुमानजी भगवान शिव के अवतार हैं, ये बात तो हम सभी जानते हैं, लेकिन हनुमानजी और भगवान शिव का युद्ध भी हुआ था, ये बात बहुत कम लोग जानते हैं। इससे संबंधित कथा का वर्णन पद्म पुराण के पातालखंड में मिलता है।
8 अप्रैल, बुधार को हनुमान जयंती है। वैसे तो हमारे देश में हनुमानजी के अनेक मंदिर हैं, लेकिन इनमें से कुछ मंदिर बहुत खास हैं। ऐसा ही एक मंदिर है गुजरात के भावनगर में।
गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित श्रीरामचरित मानस में लाइफ मैनेजमेंट के अनेक सूत्र बताए गए हैं।
श्रीराम के परम भक्त हनुमानजी कलियुग में सबसे जल्दी प्रसन्न होने वाले देवता हैं। मान्यता है कि इनकी पूजा से घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
गोस्वामी तुलसीदास ने हनुमान चालीसा के माध्यम से हनुमानजी के बल, बुद्धि व पराक्रम का वर्णन किया है। हनुमान चालीसा की अनेक चौपाइयों में हमारी समस्याओं का समाधान भी छिपा हुआ है।
6 अप्रैल, सोमवार को महावीर स्वामी की जयंती है। महावीर स्वामी जैन धर्म के प्रवर्तक भगवान श्रीआदिनाथ की परंपरा में चौबीसवें तीर्थंकर माने गए हैं। महावीर स्वामी ने अहिंसा परमो धर्म सूत्र दिया।
हिंदू धर्म में नारियल का विशेष महत्व है। प्रत्येक शुभ काम में नारियल का उपयोग किया जाता है। इसे श्रीफल भी कहते हैं यानी देवी लक्ष्मी का फल। नारियल के कई प्रकार हैं जैसे लघु नारियल, एकाक्षी नारियल आदि।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, चैत्र मास की पूर्णिमा पर हनुमान जयंती का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 8 अप्रैल, बुधवार को है।