वीडियो डेस्क। 21 जून के लगने वाले सूर्यग्रहण के लिए पूरी दुनिया में हलचल मची हुई है। एक तरफ कोरोना से त्रस्त दुनिया दूसरी तरफ सूर्यग्रहण को लेकर की जा रहीं भविष्यवाणी। काशी के ज्योतिषी ने सूर्यग्रहण को लेकर दावा किया है कि 21 जून को लगने वाला सूर्य ग्रहण चीन और पीओके के लिए विनाशकारी हो सकता है।
हिंदू धर्म में कुल 18 पुराण बताए गए हैं, इन पुराणों में गरुड़ पुराण का विशेष महत्व है। आमतौर पर गरुड़ पुराण का पाठ किसी मृत्यु के बाद किया है।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, मनुष्य का शरीर पंच तत्वों (वायु, अग्नि, पृथ्वी, जल और आकाश) से बना है। इन सभी में जल को सबसे अधिक महत्वपूर्ण माना गया है क्योंकि जल के बिना जीवन संभव ही नहीं है।
तंत्र शास्त्र में ग्रहण का विशेष महत्व है। मान्यता है कि ग्रहण के दौरान किया गया कोई भी उपाय जल्दी ही शुभ फल प्रदान करता है। इस बार 21 जून, रविवार को साल का पहला सूर्यग्रहण होने जा रहा है।
वीडियो डेस्क। 24 अक्टूबर 1995 ये वो दिन था जब दिन में घनघोर अंधेरा हो गया था। कुछ पल के लिए हुई इस घटना के करोड़ों लोग साक्षी थी। लोगों ने ये नजारा अपने कैमरे में भी कैद किया। तो दूसरे दिन अखबार कि सुर्खियां भी वही थीं। इस दिन कंकणाकृति का सूर्य ग्रहण था। अब इतिहास एक बार फिर दोहराने वाला है। 21 जून 2020 को लगने वाला ग्रहण कंकणाकृति होगा।
आचार्य चाणक्य भारत के महान विचारक और गुरु थे। उन्होंने ने ही चंद्रगुप्त मौर्य को राजा बनाकर अखंड भारत की नींव रखी थी।
इस बार आषाढ़ मास की अमावस्या (21 जून, रविवार) को आंशिक सूर्यग्रहण है। तंत्र शास्त्र के अनुसार, ग्रहण के दौरान किए गए उपाय बहुत ही जल्दी शुभ फल प्रदान करते हैं।
उज्जैन. 17 जून, बुधवार को आषाढ़ मास की एकादशी तिथि है। इसे योगिनी एकादशी कहते हैं। एकादशी तिथि पर भगवान विष्णु की पूजा की जाती है और दिनभर संयम से रहकर व्रत रखा जाता है। एकादशी व्रत करने के कुछ नियम भी बताए गए हैं। विष्णु पुराण और धर्मसिंधु ग्रंथ के अनुसार इस पर्व पर खास तरह की चीजें और अन्न नहीं खाना चाहिए। वहीं आदतों को लेकर संयम रखना चाहिए और दिनभर होने वाले कामकाज में भी कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। धर्म ग्रंथों के अनुसार जानिए एकादशी तिथि पर क्या खाएं, क्या करें और क्या करने से बचें
वीडियो डेस्क। कोरोना ने पूरी दुनिया में कहर मचाया हुआ है। चीन के वुहान से निकले इस वायरस के आगे पूरी दुनिया पस्त हो गई है। लेकिन अब कोरोना का अंत नजदीक आ गया है। चेन्नई के न्यूक्लियर और अर्थ साइंटिस्ट डॉ. केएल सुंदर कृष्णा का दावा है कि 21 को सूर्य के साथ ही कोरोना वायरस हमेशा के लिए खत्म हो जाएगा। उन्होंने अपने शोध में कई खुलासे किए हैं।
उज्जैन. अगर कोई मकान बहुत ज्यादा दिनों से बंद है तो उसमें नकारात्मकता फैल जाती है। ऐसे घर में रहने से पहले उसके दोषों को दूर करने के लिए कुछ उपाय करना जरूरी है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, जानिए जब भी किसी ऐसे घर में प्रवेश करें तो उसके पहले कौन-कौन से उपाय करने चाहिए-