Purnima Dates 2025: हिंदू पंचाग के हर महीने की अंतिम तिथि पूर्णिमा कहलाती है। इस तिथि का धर्म ग्रंथों में विशेष महत्व बताया गया है। इस तिथि के स्वामी चंद्रदेव हैं। इस दिन व्रत भी विशेष रूप से किया जाता है।
आचार्य चाणक्य ने अपने ग्रंथों में लाइफ मैनेजमेंट के अनेक टिप्स बताए हैं। इन बातों को अपने जीवन में उतारकर हम अपना जीवन बचा सकते हैं। इसी में हमारी भलाई है।
Somvati Amavasya 2024: हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि को बहुत ही पवित्र माना गया है। इसके स्वामी पितृ देवता हैं। जब अमावस्या तिथि सोमवार को होती है तो इसे सोमवती अमावस्या कहते हैं। जानें साल 2024 की अंतिम सोमवती अमावस्या कब है?
Videos of Premananda Maharaj: वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज के वीडियो आए दिन सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं। प्रतिदिन इनसे मिलने वालों की भीड़ लगती है, लेकिन बाबा कुछ चुनिंदा भक्तों से मिल पाते हैं।
मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। इसलिए प्रतिवर्ष इस तिथि को गीता जयंती मनाई जाती है। गीता एकमात्र ऐसा ग्रंथ है, जिसकी जयंती मनाई जाती है। इस बार गीता जयंती 11 दिसंबर, बुधवार को है।
Year 2025 Festival Calendar: साल 2025 में किस महीने में कौन-सा प्रमुख त्योहार मनाया जाएगा, जैसे होली, दिवाली, दशहरा, इसके बारे में सभी जानना चाहते हैं। आगे जानिए साल 2025 के प्रमुख त्योहारों की जानकारी।
Vahan Kharidi Muhurat 2025: जब भी कोई नई वस्तु खरीदी जाती है तो मुहूर्त भी जरूर देखा जाता है। अगर आप साल 2025 में नया वाहन खरीदने की सोच रहे हैं तो आगे जानिए इसके लिए किस महीने में कितने शुभ मुहूर्त हैं।
अगहन मास में गीता जयंती का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 11 दिसंबर, बुधवार को है। सभी लोग ये जानते हैं कि सबसे पहले भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का उपदेश अर्जुन को दिया, लेकिन ये सच नहीं है। जानें भगवान ने अर्जुन से पहले किसे दिया था गीता का उपदेश।
Chanakya Niti Life Management: आचार्य चाणक्य द्वारा लिखे गए नीति शास्त्र में लाइफ मैनेजमेंट से जुड़े अनेक सूत्रों के बारे में बताया गया है। इन सूत्रों को अपने जीवन में उतारकर किसी भी मुसीबत का सामना किया जा सकता है।
इस बार 16 दिसंबर, सोमवार से खर मास शुरू हो रहा है, जो पूरे एक महीना का यानी 14 जनवरी 2025 तक रहेगा। कुछ लोग इसे मल मास भी कहते हैं, जबकि खर मास और मल मास में काफी अंतर है।