Operation Sindoor से लश्कर की आतंक की फैक्ट्री तबाह, यहां मिली थी कसाब को ट्रेनिंग
Operation Sindoor: पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लेने के लिए भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया। पाकिस्तान और POK में मौजूद आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया। इनमें से एक मरकज तैयबा (Markaz Taiba) है। यह आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का ट्रेनिंग सेंटर है।
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लश्कर-ए-तैयबा का सबसे महत्वपूर्ण ट्रेनिंग सेंटर है मरकज तैयबा
मरकज तैयबा पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के शेखपुरा के मुरीदके के नांगल साहदान में स्थित है। इसकी स्थापना 2000 में हुई थी। यह लश्कर-ए-तैयबा का सबसे महत्वपूर्ण ट्रेनिंग सेंटर है। मरकज तैयबा का परिसर 82 एकड़ में फैला है। इसमें मदरसा, बाजार, आतंकियों के रहने की जगह, खेल की सुविधाएं, मछली फार्म और कृषि क्षेत्र है।
आतंकी बनने के लिए दी जाती है ट्रेनिंग
यहां पाकिस्तान और दूसरे देशों से आतंकी बनाने के लिए लाए गए युवाओं को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जाती है। इसके साथ ही शारीरिक ट्रेनिंग भी मिलती है। मरकज में एक सूफा अकादमी है जो पुरुषों को धार्मिक शिक्षा देती है और महिलाओं के लिए एक अलग सूफा शिक्षा केंद्र है।
आतंक की फैक्ट्री है मरकज तैयबा
यहां पढ़ने वालों को कट्टरपंथी बनाया जाता है। उन्हें हथियार उठाने और जिहाद करने के लिए तैयार किया जाता है। इसे आप आतंक का कारखाना भी समझ सकते हैं, जिसका काम नए आतंकी पैदा करना है। लश्कर ए तैयबा और जमात उद दावा अपने पूरे नेतृत्व के लिए इस सुविधा में समय-समय पर ट्रेनिंग भी आयोजित करता है। ओसामा बिन लादेन ने वर्ष 2000 में मरकज तैयबा परिसर में मस्जिद और गेस्ट हाउस बनाने के लिए 1 करोड़ रुपए दिया था।
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मरकज तैयबा में मिली थी मुंबई में हमला करने वाले आतंकियों को ट्रेनिंग
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर यहां अजमल कसाब सहित 26/11 मुंबई हमले के सभी अपराधियों को खुफिया ट्रेनिंग दी गई थी। 26/11 मुंबई हमलों के मुख्य साजिशकर्ता डेविड कोलमैन हेडली और तहव्वुर हुसैन राणा, जकी-उर-रहमान लखवी के निर्देश पर अब्दुल रहमान सईद उर्फ पाशा, हारून और खुर्रम (सह-साजिशकर्ता) के साथ मुरीदके गए थे। यहां लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख आतंकी आमिर हमजा, अब्दुल रहमान आबिद और जफर इकबाल रहते हैं। लश्कर के कमांडर खुबैब, ईसा और कासिम अक्सर इस मरकज में आते रहते हैं।
हाफिज सईद और जकी उर रहमान लखवी सहित लश्कर-ए-तैयबा के अन्य आतंकवादी के घर भी इस परिसर में हैं। वे मरकज से चलाए जा रहे कट्टरपंथी गतिविधियों की निगरानी करने के लिए नियमित रूप से आते हैं।
भारत-अमेरिका समेत कई देशों ने लश्कर-ए-तैयबा को किया है आतंकी घोषित
यूके ने 2001, अमेरिका ने 2001, भारत ने 2002 और ऑस्ट्रेलिया ने 2003 में लश्कर-ए-तैयबा को आतंकी संगठन घोषित किया था। 2008 में हुए मुंबई हमले के बाद लश्कर-ए-तैयबा को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने आतंकी संगठन की लिस्ट में डाला था।